घर से काम करने से कम्पनी और कर्मचारी दोनों को बहुत से फायदे है, लेकिन फिर भी अपने नियोजक को खुस करने के लिए कुछ बिंदुओं का ध्यान रखना होगा: घर से काम करने के लिए टिप्स (2020)

घर से काम करने से कम्पनी और कर्मचारी दोनों को बहुत से फायदे है, लेकिन फिर भी अपने नियोजक को खुस करने के लिए कुछ बिंदुओं का ध्यान रखना होगा: घर से काम करने के लिए टिप्स (2020)

अब अगर हम घर से काम करने के टिप्स के बारे में बात करें, तो यह बहुत ही सकारत्मक और फायदेमंद कामकाजी दिन को बनाने में मदद करेंगे।बस आपको इन बातों का ध्यान रखना होगा जैसे की घर पर काम के लिए सही जगह चुनें, सुबह जल्दी काम शुरु करे,इंटरनेट व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए।अधिक उत्पादक्ता का समय पहचानें सभी बातों के विस्तरित विवरण के लिए लेख पढ़ें ।

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घर से काम करने के फायदे ।

बहुत से विशेषज्ञों का मानना है कि घर से काम करने से कम्पनी और कर्मचारी दोनों को बहुत से फायदे है :- सिर्फ काम से मकसद से नहीं बल्कि वातावरण के हवाले से भी।क्योंकि घर से काम करने पर बहुत सी खपत बच जाती है जैसे की बिजली, पेट्रोल,कागज और सबसे बड़ा पहलू है प्रदूषण।

बहुत सी चर्चित और बड़ी कम्पनियों जैसे कि गूगल, अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट आदि इस नए चलन को अपना भी रहीं हैं :- और अपने कर्मचारियों को घर से काम करने पर बहुत सी सहुलतें भी दे रहीं हैं।

घर से काम करने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं :

  • 1 अपनी मर्जी का शेड्यूल -
    आपको सुबह 9:00 बजे  कार्ड पंच करके अटेंडेंस नहीं लगानी पड़ेगी क्योंकि आपके पास अपने काम के घंटे चुनने की स्वतंत्रता है और अब आप अपना लंच समय पर कर सकते हैं।
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  • 2 अपनी पसंद का वातावरण -
    आपके पास घर पर अपना खुद का काम का कोना है और आप अपने आराम के अनुसार परोशनी, फर्नीचर, बैठने की मुद्रा और यहां तक ​​कि शोर का लेवल भी चुन सकते हैं, जो आपकी उत्पादकता को बढ़ाता है।
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  • 3 ऊर्जा और समय की बचत -
    मेट्रो या बस में सीट पाने के लिए अधिक धक्का मुक्की नहीं करना पड़ता है और अपने आप को जाम भरे सार्वजनिक परिवहन में सफर नहीं करना पड़ता है या समय पर कार्यालय पहुंचने की टेंशन भी ख़तम ही जाती है। बचाया गया हर समय और ऊर्जा का  उपयोग बेहतर उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है।
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  • 4 अधिक पारिवारिक समय -
    परिवार और प्रियजनों के साथ कुछ समय बिताने के लिए आपके आस समय होगा। क्योंकि आप काम करने के लिए बाहर नहीं का रहे होते।
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  • 5 कम व्याकुलता -
    घर पर काम करना कार्यालय की राजनीति को कम करता है और सह-कार्यकर्ताओं के साथ मेत्री भाव भी बनाए रखता है। साथ ही, बहुत सारी अनावश्यक बैठकों से बचा जा सकता है।
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  • 6 पैसे बचाता है - आपका रोज़ के स्नैकिंग बिल से  बचेंगे क्योंकि आप अपने फ्रिज या किचन कैबिनेट से कुछ स्वस्थ और हल्के भोजन खा सकते हैं।

घर से काम करते समय आने वाली अड़चनें ।

पर घर से काम करने के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी हैं, कुछ खास परेशानियां निम्नलिखित हैं :

  • 1. अनुशासन -
    घर से काम करते वक़्त हमें एक आराम रेहतहाई की हमारे ऊपर काम को समय सीमा पर पूरा करने का कोई दबाव नहीं रहता। इसलिए कई बार हम बहुत से काम सिर्फ यह कह कर छोड़ देते है कि बाद में कर लेंगे।और वो काम समय सीमा और पूरा नहीं भी हो पाता। परन्तु रोज ऑफिस जाने वाले अपने काम समय पर निपटा लेते हैं। तो घर से काम करते वक़्त हमें अनुशासन का खास ध्यान रखना चाहिए।

  • 2. दिनचर्या पालन पर अडिग -
    घर से काम करते वक़्त हम टाइम टेबल तो बना लेते है पर उसका पालन ढंग से नहीं कर पाते क्योंकि हम काम करने के लिए बाध्य नहीं होते । तो घर से काम करते वक़्त हमें अपने काम की दिनचर्या पर अडिग रहना चाहिए।

  • 3. पावर नेप -
    मतलब है दोपहर को नींद। कुछ 45 मिनट तक तो यह ठीक है पर हमें कभी इसे2 घंटे तक बढ़ाना नहीं चाहिए इससे हमारे काम पर बुरा असर होगा।

  • 4 काम की गति -
    ऑफिस की प्रतिस्पर्धी और ऊर्जावान भावना घर पर नहीं बन पाती , इसलिए आपको कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए स्वयं प्रेरित होना पड़ता है।

  • 5 बोरियत -
    आपको कॉफी मशीन के पास छोटे ऑफिस गपशप या कैफेटेरिया में छोटे चित चैट स्त्रों का आनंद नहीं मिल पाताऔर अकेले काम करने की भावना ऊब पैदा कर सकती है।

  • 6 ठीक से कूमुनिकेशन ना हो अपना -
    कुछ कार्य होते हैं जिनके लिए आप अपने सहकर्मियों या वरिष्ठों पर निर्भर होते हैं। कार्यालय में, आप उनके डेस्क तक ज सकते हैं और इसे पूरा करने के लिए कह सकते हैं और किसी भी प्रश्न या स्पष्टीकरण के मामले में चर्चा कर सकते हैं। लेकिन, घर से काम करते समय आपको अपने अंत से जरूरतमंदों की प्रतीक्षा करनी पड़ती है और इससे आपकी उत्पादकता में बाधा आ सकती है।

घर से काम करने के लिए टिप्स ।

इसके फायदे और नुकसान जान ने के बाद आप समझ ही चुके होंगे कि घर से काम करना क्याबैर कैसा होता है :- इसके सकारात्मक और नकारात्मक पहलू हर व्यक्ति के लिए अलग अलग होते हैं। और साथ ही यह इस बात पर भी निर्भर करते है कि आप को सी इंडस्ट्री के लिए काम कर रहे है।

अब अगर हम घर से काम करने के टिप्स के बारे में बात करें :- तो यह बहुत ही सकारत्मक और फायदेमंद कामकाजी दिन को बनाने में मदद करेंगे। हमने बहुत से ऐसे पॉइंट्स को इस लेख में सहेजने की कोशिश की है।

काम करने के लिए एक सही जगह का चुनाव करें ।

अगर आपके घर में एक अलग कमरा है तो आप इस कमरे को अपने होम ऑफिस के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं :- परंतु अगर आपके पास जगह की कमी है तो आप अपने बेडरूम के कोने का इस्तेमाल कर सकते हैं। बस आपको वहां एक मेज़ और कुर्सी लगाना है जहां पर आप बैठ कर काम करेंगे।  इस बात का ध्यान रखें कि उस कमरे का वातावरण शांत हो , रोशनी से भरपूर हो, हवादार हो और इंटरनेट की सुविधा से लैस हो।

अगर आप चाहे टी कोई सजावटी आइटम भी मेज़ पर रख सकते हैं :- दीवार पर कोई प्रेरणा से भरा कोटेशन को लिख सकते हैं। अपने नजदीक सभी जरूरी गेजेट्स रखें जैसे की प्रिंटर,फोन ,पेपर आदि। अपने पास एक पानी कि बोतल और ग्लास  भी रखें। अगर आपके घर में शेर शराबा रहता है तो आप इयर प्लग भी इस्तेमाल कर सकते हैं। पहले एक दो दिन काम में ढलने में लग जाएंगे और जब आपने एक बार काम शुरू करदिया फिर सब नॉर्मल रूटीन की तरह बन जाएगा।

सुबह जल्दी शुरु करे ।

लोग घर पर काम करते समय थोड़ा आलसी और  धीरे धीरे काम करते हैं :- क्योंकि हम अपने आराम क्षेत्र में काम कर रहे होते है और हम अपनी मर्जी के अनुसार काम कर रहे होते हैं। इस वजह से अक्सर लोग यह सोचते है की हमारे पास बहुत अधिक समय है। चीज़ों को आसानी से लेना शुरू के देते है। ऐसे में कई बार काम निर्धारित समय से लेट भी ही जाते है । ऐसी स्थिति से बचने का सबसे अच्छा तरीका सुबह जल्दी काम करना शुरू करना है।

सुबह-सुबह, हमारी ऊर्जा और विचार प्रक्रिया सकारात्मक होती है :- यदि आपको देर रात को सोने की आदत है, तो यह समय है कि आप इस आदत को बदले और सुबह जल्दी उठना शुरू करदे। सुबह जल्दी उठने से न केवल आपको अपने काम पर बेहतर पकड़ बनाने में मदद मिलेगी, बल्कि इसके अपने स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आप न केवल अधिक ऊर्जावान महसूस करेंगे, बल्कि सही समय पर नाश्ता भी कर पाएंगे, जो फिर से आपके स्वास्थ्य से जुड़ा एक महत्वपूर्ण कारक है।

काम के समय सोशल मीडिया से दूर रहें ।

आज के समय में हम अपने स्मार्टफ़ोन से इतने अधिक प्रभावित हैं :- कि हममें से बहुत से लोग इसके बिना  कुछ मिनटों तक जिंदा नहीं रह सकते हैं। जब आप घर से काम कर रहे होते हैं, तो आपको मोबाइल से दूर रहने होगा। यदि संभव हो, तो फोन को कुछ दूरी पर रखें ताकि आप अपने संदेशों और व्यक्तिगत मेलों  को चैक ना करते रहें।

काम के घंटो के बाद सोशल मीडिया का इस्तेमाल करें और हर 1.5 से 2 घंटे के बाद ब्रेक के बीच में फोन को चेक करें :- जब आप प्रारंभिक 35 - 40 मिनट के लिए अपने काम में बिज़ी हो जाते हैं और जब आप उत्पादक और रचनात्मक होने लगते हैं, और अचर स्तर पर काम करना शुरू कर देता है।

डाटा कार्ड की जगह ब्रॉड बैंड का इस्तेमाल करें ।

जब आप घर से काम कर रहे होते हैं तो आपको ऐसे इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत है जिस की स्पीड बहुत अच्छी आ रही हो :- अगर आप सिर्फ डाटा कार्ड पर निर्भर होकर काम करेंगे तो आपको बहुत कम स्पीड मिलेगी जिसकी वजह से आपका कम्युनिकेशन भी रुक सकता है ।जैसे कि अगर आप स्काइप या गूगल डुओ आदि का इस्तेमाल कर रहे हैं।

ऐसी स्थिति में आपको आपके कलीग्स या आपके सीनियर के सामने आपको शर्मिंदा भी होना पड़ सकता है :- तो अगर आप घर से काम कर रहे हैं तो एक अच्छे ब्रॉडबैंड प्लान का इंतजाम करें जिसमें बिना रुके इंटरनेट के सिग्नल आते रहे। आप इसी प्लान का इस्तेमाल नेटफ्लिक्स पर मूवीस देखने के लिए भी कर सकते हैं।

फॉर्मल ड्रेस पहने ।

घर से काम करते वक्त अगर आप शॉर्ट्स पहनते हैं तो यह आपके लिए आरामदायक तो होंगे पर यह आपकी प्रोडक्टिविटी को कम कर देंगे :- क्योंकि आपके दिमाग में हमेशा एक आरामदायक मोड पर काम करने का माइंड सेट बना रहेगा। आप जो पहनते हैं तो यह आपके काम पर सीधा असर डालेगा । इसलिए अपनी साइकोलॉजी को सेट करने के लिए आप रोजाना अच्छे कपड़े पहने वैसे जैसे आप ऑफिस जाने के वक्त पहनते हैं ।

फॉर्मल कपड़े हो सकता है आपको बैठने में आरामदायक ना लगे पर यह आपको अलर्ट और एक्टिव रखेंगे :- एक बार आप यह अपना कर देखें तो आप घर से काम करते वक्त कैजुअल और फॉर्मल कपड़े पहन ने के बीच का फर्क अपने आप समझने लग जाएंगे।

अपना काम बांटे ।

मल्टीटास्किंग होना आपकी रोजाना की ऑफिस जॉब का एक हिस्सा है :- पर जब आप घर से काम कर रहे होते हैं यह काफी अलग वातावरण बन जाता है ।आपको किसी भी डिपार्टमेंट की सपोर्ट या जानकारी की जरूरत डायरेक्टली नहीं पड़ती ।आपको सिर्फ इतना तय करना  होता है कि पहले आधे समय में आपको कौन सा काम करना है और बाद में कौन सी असाइनमेंट करनी है। ऐसा करने से आप अपने रोज के टारगेट को आसानी से पूरा कर पाएंगे ।

उदाहरण के तौर पर अगर आपको मुश्किल चीजें करनी है तो इनको सुबह में करिए :- जब आपका दिमाग एकदम ताजा और एक्टिव हो और अगर आपको मेल्स कॉल या कोई मीटिंग करनी है तो इसे दिन के दूसरे हिस्से में कीजिए ।हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि अपने दिन की पूरी प्लानिंग काम करने से पहले कर लें और उसी के हिसाब से ही काम करें ।


अधिक उत्पादक्ता का समय पहचानें ।

Source doist.com

सामान्य जीवन में नाश्ते के बाद का समय सबसे अधिक उत्पादक होता है :- लेकिन यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता है और विशेष रूप से जब आप घर से काम कर रहे होते हैं, क्योंकि तब बहुत से ऐसे कारक हैं जो आपकी उच्च उत्पादकता  को प्रभावित कर सकते हैं। एक बार जब आप कुछ दिनों के लिए घर से काम करते हैं; आपका मनऔर दिमागी उस वातावरण के हिसाब से ढल जाता है और तब आप उस समय की पहचान कर सकते हैं जब आपकी मानसिक तौर पर काम करने के लिए ज्यादा एक्टिव होते है।

आप इन समय के अनुसार पअपने असाइनमेंट को नोट कर सकते हैं :- फिर अपनी तो-डू सूची की योजना बना सकते हैं। आप यह तय कर पाएंगे कि आपको कों सा काम कब और कैसे करना है। इससे आपको अपनी क्षमता के अनुकूलतम उपयोग में मदद मिलेगी और इस तरह रोजमर्रा के लक्ष्य आसानी से हासिल किए जा सकते हैं।

बैकग्राउंड में हल्का संगीत ।

लाउड संगीत परेशान कर सकता है, लेकिन अगर आप अपने पसंदीदा संगीत को अपने होम ऑफिस से कुछ फीट की दूरी पर कम डेसिबल में बजाते हैं :- तब यह आपको अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने में मदद गार साबित हो सकता है। और केवल संगीत ही नहीं, भले ही आप टीवी सेट को कम मात्रा में चालू कर दें और काम करना शुरू कर दें, आप नोटिस कर सकते हैं कि यह आपको अपने काम पर बेहतर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। कम डेसिबल में बजने वाला संगीत या टीवी आपके दिमाग को दूसरी परेशानियों से दूर रखता है और यहां तक ​​कि आपके मस्तिष्क के अंदर चल रहे नकारात्मक विचारों से भी दूर रखता है।

यदि आप पहली बार  में थोड़ा असहज महसूस करते हैं, तो आप वॉल्यूम को और कम कर सकते हैं :- और फिर अपने काम पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश कर सकते हैं क्योंकि आप को ऐसे वातावरण में काम करने की आदत नहीं हैं। आप इसे 1-2 घंटे के लिए रोज़ आज़मा सकते हैं और यदि परिणाम अच्छे लगे, तो इसको रोज़मर्रा में इस्तेमाल किया जा सकता है।

घर के छोटे छोटे काम अपने कामकाजी घंटो के दौरान बांटे ।

आप वीकेंड पर कपड़े धोने या सफाई के बजाए क्यों ना उस वीकेंड का इस्तेमाल बाहर घूमने जाने या फिर किसी फेवरेट मूवी को देखने के लिए जाए :- जी हां,जब आप अपने रोज के दिन में से थोड़ा थोड़ा समय निकाल कर यह काम कर सकते है। यह आपको घर से काम करने के शेड्यूल में एक ब्रेक भी देता रहेगा। आप चीज़ों को वीकेंड के लिए छोड़ने के बजाए उनको साथ साथ निपटने की कोशिश करें ।

इस तरह आपका काम भी नहीं रुकेगा और आपके घर का काम भी धीरे धीरे चलता रहेगा :- आपको लंबे घंटो का ऑफिस का काम करने से भी छुटकारा मिल जाएगी।आप धकेंगे भी कम।और एक ही काम कर करके बोर भी नहीं होंगे।

सेहत मंद खाना और रोज़ाना की कसरत ।

अच्छी सेहत का राज़ रोज़ की कसरत और सेहत मंद भोजन है :- यह और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है जब आप घर से कम कर रहे हो क्योंकि जब भी ऑफिस जा कर काम करते है थोड़ा चलना फिरना हो जाता है पर घर से काम करने पर यह बिल्कुल ज़ीरो बन जाता है। तो आप को सलह दी जाती है कि आप सुबह जल्दी उठ जाएं और 30से 45 मिनट योग,जिम, कार्डियो या कोई दूसरी कसरत में बिताए।

यह आपको शारीरिक रूप से फिट और एक्टिव रखेगा :- साथ ही आपको अपने खान पान का भी ध्यान रखना होगा। जितना हो सके तला और तेल वाला भोजन खाने से बचें।मीठा और नमक भी खाने में कम करें।और फ्रायर या बेक किए हुए भोजन खाएं। हल्का लंच करें क्योंकि भारी भोजन पचने में ज्यादा समय लेता है और आपको सुस्त भी बनाता है।

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अनुशासित और एक्टिव रहने के लिए सेहतमंद खाना और रोज़ाना की कसरत आवश्य्क है।

अपने रोज़ाना के सेडुल को बनाये रखने के लिए अनुसासन बहुत जरूरी है,क्यूंकि घर पर हम आलसी हो जाते है इसलिए आपको सुबह जल्दी उठकर 30 से 45 मिनट योग,जिम, कार्डियो या कोई दूसरी कसरत करनी चाहिए ,यह आपको शारीरिक रूप से फिट और एक्टिव रखेगा।आपको अपने खान पान का भी ध्यान रखना होगा,जितना हो सके तेल वाला भोजन खाने से बचें,अधिक मीठा और नमक नहीं खाएं।आशा करतें है हमारे लेख से आपका घर से काम करने की उत्पादकता बढ़ी होगी ।