साड़ी को सही तरह ड्रेप करना एक कला है, ऐसी कला जो आप हमारी सहायता के साथ हासिल कर सकती हैं। इस सुंदर परिधान को विभिन्न शैलियों में पहनना सीखें, और सभी निगाहें आप पर ही होंगी (2019)

साड़ी को सही तरह ड्रेप करना एक कला है, ऐसी कला जो आप हमारी सहायता के साथ हासिल कर सकती हैं। इस सुंदर परिधान को विभिन्न शैलियों में पहनना सीखें, और सभी निगाहें आप पर ही होंगी (2019)

साड़ी हमारी भारतीय नारियों की शान होती है। औरत चाहे बड़ी हो या छोटी हो साड़ी हर किसी पर बढ़िया लगती है। अगर आप भी काफी साड़ियां पहनती है और आपको भी साड़ियां पहनने का शौक है, तो हमारे द्वारा बताई गई यह साड़ी ड्रेपिंग टेक्निक्स काफी पसंद आएंगे। हमने अलग अलग शहरों के हिसाब से अलग अलग साड़ी ड्रेपिंग टेक्निक्स आपको बताई है। जानने के लिए पूरा अनुच्छेद पढ़ें।

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क्या है साड़ी ?

मनुष्य द्वारा पहने जाने वाले सभी परिधानों में साड़ी सबसे शालीन ,सुंदर और प्रतिष्ठित मानी जाती है। साड़ी के इतिहास पर एक नजर डालें तो हमे पता चलेगा कि यह सदियों से अस्तित्व में है और इसका उल्लेख पौरोणिक ग्रंथ " महाभारत " में भी मिलता है। पुरातन काल से चली आ रही पारम्परिक परिधान साड़ी को पहनने के तरीके में वक़्त के साथ काफी बदलाव आये है लेकिन इसकी अमरता आज भी बरकरार है।

साडी एक 5-यार्ड से 9-यार्ड लम्बा बिना सिला कपड़ा होता है जिसे ब्लाउज या चोली और पेटीकोट के साथ पहना जाता है। यह महिला के शरीर को सुरुचिपूर्ण ढंग से कवर करती है। साड़ी को विभिन्न भारतीय धर्मों में देवी-देवताओं के लिए एक उपयुक्त ऑप्ट भी माना जाता है। साड़ी कई बुनकरों का समर्थन करती है जिनकी आजीविका इस प्राचीन और अमर परिधान पर निर्भर करती है।

साडी पहनने का सही तरीका।

साड़ी पहनना एक कला है जिसमे आप निरंतर अभ्यास के बाद महारत हासिल कर सकते है। सही ढंग से पहनी गयी साड़ी का आईडिया उसमे लगे सेफ्टी पिंस से हो जाता है। जितने सलीके से पहनी गयी साड़ी उतने कम सेफ्टी पिंस। अगर आप अभी साड़ी पहनने के शुरआती दौर में ही है तो यकीनन आपको ज्यादा पिंस की आवश्यकता पड़ेगी। साड़ी कई तरीको से पहनी जा सकती हैं। पर हमने सोचा क्यों न आपके साथ साड़ी पहनने का सबसे कॉमन तरीका शेयर किया जाये। इसके लिए सबसे पहले आप सभी जरूरत का सामान इकट्ठा करे (जैसे सेफ्टी पिन, जूते और एक्सेसरीज) तथा अपना ब्लाउज और पेटीकोट पहन ले । आपका पेटीकोट साड़ी से मेल खाता और मजबूती से बंधा होना चाहिए। फिर अपनी हील्स भी पहनें। और अब बस, साड़ी पहनने के लिए नीचे दिए दिशानिर्देशों का पालन करते जाये।

  • अपनी साड़ी का एक छोर पकड़े और उसे पेटीकोट के राइट साइड टक करे। ऐसे ही टक रहने दे और साड़ी को फुल सर्कल में लाएं। पल्लू और कुछ फालतू हिस्सा छोड़कर बाकी पूरी साडी को पेटीकोट में टक करे
  • पल्लू को सामने लाएँ और अपने अंगूठे और तर्जनी ऊँगली की मदद से प्लेट्स बनाएं। अब इसे अपने बाएं कंधे पर पिनअप करें और अपनी इच्छानुसार प्लेट्स को व्यवस्थित करें। लंबाई पर नजर रखें। क्योंकि ज्यादा छोटी बंधी हुई साड़ी भद्दी लगती है।
  • अब प्लेट्स को राइट हैंड साइड लाये और टेम्पररी टक किये हिस्से को बाहर निकाल दे। बाकी बची साड़ी से पहले की भांति जितनी प्लेट्स बन सके उतनी बनाये। इन प्लेट्स को मध्य कमर में टक करे। ।
  • लंबाई पर नज़र रखें, ताकि साडी आपकी हील्स में न उलझे ।

इन 6 टिप्स का पालन करेंगी तो दिखेंगी खूबसूरत।

लेवल होना चाहिए परफेक्ट।

साड़ी पहनके अच्छा दिखना जितना साड़ी की चॉइस और ड्रेपिंग पर निर्भर करता है उतना ही साड़ी शुरू कहाँ से हुई और खत्म कहाँ पर हो रही है उस पर डिपेंड करता है । कुछ बाते गौर फरमाने योग्य है जैसे कि पल्लू की लंबाई, प्लेट्स तथा पेटीकोट और साड़ी की लेंथ ।

  • अगर आपका सारा ध्यान प्लेटों को साफ सुथरा बनाने और टक करने पर चला जाता है तो हो सकता है आप पल्लू को नजर अंदाज कर दे । इसलिए, पल्लू को पिन करने से पहले उसकी लंबाई को ठीक करें और फिर पल्लू को पिन करें।
  • यदि आप एक सुंदर ड्रेप चाहती हैं, तो सुनिश्चित करें कि आपका पेटीकोट नाभि से सिर्फ 1 इंच नीचे बंधा हो । इससे नीचे या ऊपर होते ही आपकी साड़ी के लुक पर सीधा गलत प्रभाव पड़ता है । प्लेट्स को मध्य कमर पर टक किया जाना चाहिए, यदि आप थोड़ा भी दाईं ओर जाते हैं, तो ड्रैप बेकार लगता है।
  • बिना हील्स के साड़ी में वो बात नहीं आती। साड़ी कुछ इस टाइप से बंधी हो कि वो बस जमीन को निहारे। आपके पैर की उंगलियों को साड़ी से झांकना चाहिए । एक इंच कम ज्यादा हो सकता है पर उससे अधिक हेरफेर में साड़ी अपनी शान खो देती है।

सही ढंग से बनाये प्लेट्स।

साड़ी किसी भी फैब्रिक का बिना सिला टूकड़ा होता है जिसे सही तरीके से लपेटने की आवश्यकता है। ड्रेप की सुंदरता और शालीनता प्लेट्स पर निर्भर करती है। कपड़े के प्रकार के आधार पर प्लेट्स अलग-अलग हो सकती हैं। यदि आप शिफॉन जैसे आकर्षक कपड़े की बात करे तो प्लेट्स पतली होंगी वहीं अगर साडी रेशमी हो तो , प्लेट्स बड़े करीने से बनानी चाहिए।

पिन करे ऐसे कि नजर न आये।

साड़ी पहनते समय पिन का आकार और रंग भी मायने रखता है। यदि आप एक बड़ा पिन लगाते हैं, तो न केवल यह दिखाई देता है, बल्कि यह साड़ी पर पिन के निशान भी छोड़ देता है, जो कहीं न कहीं साड़ी की इंटीग्रिटी को नुकसान पहुंचाता है। आप अपनी कमर पर बड़े पिनों का उपयोग कर सकते हैं, पर बाकी सभी हिस्सों पर छोटे और रंगीन पिनों का ही उपयोग करें।

सलीके से ठुंसे (टक) |

क्या आप भी उन लोगो में से है जो चाहे कितने भी अच्छे से साडी बांधले वो पेटकोट की कीनारिओ से बाहर निकल ही जाती है ? अगर हाँ तो इस केस में जब आप साडी का पहला घेरा लपेटे तो सुनिश्चित करें कि आपने पेटीकोट के अंदर सब कुछ टक किया हो। इस मामले में सेफ्टी पिन आपका बढ़िया साथ निभा सकते है।

मैचिंग पेटीकोट है जरूरी।

आप चाहे जो भी साड़ी चुनें, सुनिश्चित करें कि आपका पेटीकोट साड़ी से मेल खाता होना चाहिए । एक स्ट्रैट एंड सॉलिड कलर का पेटीकोट बेस्ट ऑप्शन है । हालांकि, अगर आप अपनी छरछरी कमर को दिखाना चाहती है तो आप फिशकट पेटीकोट सिलवाये । लेकिन याद रखें कि फिशकट पेटीकोट केवल नेट और शीर कपड़े की साडी पर ही फबते है । नेट की साड़ियों के लिए, आप झिलमिलाती साटन पेटीकोट भी खरीद सकती हैं। यह नेट साड़ी में एलेगन्स ऐड करता है। पर साटन कपड़ा चलते वक़्त शरीर से बहुत चिपकता है इसलिए इसके निचे कॉटन लाइनिंग लगवाना न भूले।

सूझबूझ से करे ज्वेलरी का चुनाव।

भारतीयों का आभूषणो से प्रेम जगजाहिर है। लेकिन हमारी सलाह माने और शादियों या फंक्शन के अलावा हैवी एक्सेसरीज से दूर रहें और साड़ी को आकर्षण का केंद्र बनने दे । साड़ी अपने आप में ही ग्रेसफूल होती है इसलिए मिनिमल ज्वेलरी ही खूब कमाल ढायेगी । पर शादी समारोह में, एक्स्ट्रा ज्वेलरी कैरी करने से परहेज न करे और खुद को माँ की गुड़िया बनने का मौका न छोड़े।

10 साड़ी ड्रेपिंग तकनीक |

" पश्चिमी सभ्यता ने साड़ी को भी प्रभावित किया है । बदलते समय के साथ साड़ी का फैशन विकसित हुआ है और इसने दुनिया भर में प्रसिद्धि प्राप्त की है। हमने इस लेख में पूरे भारत से कुछ बढ़िया साड़ी ड्रेपिंग तकनीको को इकट्ठा किया है जिसमे कुछ ड्रेपिंग स्टाइल वेस्टर्न कल्चर से भी प्रभावित है। "

पारंपरिक साड़ी ड्रैपिंग तकनीके।

साउथ इंडियन स्टाइल।

मूल रूप से साड़ी पहनने के दो तरीके हैं। साउथ इंडियन स्टाइल एक क्लासिक ड्रैपिंग स्टाइल , मदिसर या कोशावम (जिस तरह से इसे नीचे दर्शाया गया है) हो सकता है। इन सब स्टाइल में कांजीवरम सबसे हिट ऑप्शन है । यह साड़ी की सुंदरता और ज़री वर्क के अनोखेपन को दर्शाता है। क्लासिक ड्रेपिंग स्टाइल के लिए 5-यार्ड लम्बी साड़ी की आवश्यकता होती है वहीं मेडिसर या कोशावम के लिए 9-यार्ड लम्बी साड़ी चाहिए ।


साउथ इंडियन स्टाइल

कैसे पहने
  • अपने चारों ओर एक मीटर लम्बा कपड़ा लपेटें और मध्य-कमर पर गाँठ बांधे ।
  • साड़ी के छोटे सिरे के साथ प्लेट्स बनानी शुरू करें । अपने पैरों के बीच में लेकर प्लेट के एक छोर को बैक में टक करे । बाकी बची प्लेट्स को लेफ्ट हैंड साइड ले जाकर फ्रंट में टक करें।
  • बाकी साड़ी को पकड़कर अपने पैरों के माध्यम से फिर से पीछे की ओर ले जाएं। चौड़े किनारे को टक कर बाकी को सामने लाएं
  • पल्लू को बाईं ओर लाएँ और सामने की ओर से क्रॉसवाइज लपेटकर कमर पर टक करे । सुनिश्चित करें कि बाईं और दाईं ओर के बॉर्डर्स समान लंबाई के हो।

मराठी स्टाइल।

यदि आप ट्रेडिशनल रहते हुए अपने कर्व्स को हाईलाइट करना चाहते है तो मराठी स्टाइल आपके लिए ही है। इसे ड्रैपिंग की नौवरी स्टाइल भी कहा जाता है और इसके लिए आपको 9-यार्ड लम्बी साड़ी की आवश्यकता पड़ती है। जैसा कि नाम से ज्ञात होता है, इस ड्रेपिंग स्टाइल का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था ।


मराठी स्टाइल

कैसे पहने
  • लेफ्ट साइड से पकड़ कर साड़ी को बैक से लपेटना शुरू करे। करीब एक यार्ड साडी लेफ्ट साइड छोड़ दे और राइट साइड में अपनी कमर के मध्य निचले हिस्से में गांठ बांधे।
  • साड़ी के छोटे हिस्से को किनारे से पकड़ कर स्माल प्लेट्स बनाये और पैरो के बीच में से निकालते हुए अपनी बैक में टक करे।
  • पल्लू के लिए प्लीट्स बनाएं और इसे अपने बाएँ कंधे पर पिन करके अपने दाहिने हाथ के नीचे लाएँ।
  • बाकी बची साडी से प्लेट्स बनाये और मध्य कमर पर टक करें।
  • साड़ी आपके पैरों से एक इंच ऊपर होनी चाहिए ।

गुजराती स्टाइल |

क्या आपकी चाहत एक खूबसूरत पल्लू वाली आरामदायक साड़ी है ? गुजराती स्टाइल के लिए आपकी साडी का कपड़ा थोड़ा नरम होना चाहिए । भारी कढ़ाई वाली हल्के रंग की साडी एकदम सही विकल्प है। कांजीवरम और बनारस सिल्क का गुजराती ड्रेपिंग स्टाइल के साथ बढ़िया कॉम्बिनेशन है।


गुजराती स्टाइल

इसे कैसे पहनना है:
  • पहले साडी को राइट साइड कमर पर टक करे और फिर साडी को पीछे की ओर से घुमाते हुए टक करे ।
  • अब साडी को लेफ्ट साइड से आगे की ओर लाये और सफाई से टक करे।
  • पल्लू की प्लेट्स बनाकर सामने की ओर लाये। पल्लू पीछे से आगे की ओर आना चाहिए। एक छोर को पकड़कर चेस्ट पर लपेटते हुए पीछे की तरफ ले जाये।
  • बची हुई साड़ी के साथ साफ सुथरी प्लेट्स बनायें और इसे मध्य कमर पर टक करे ।

साड़ी ड्रेप करे पर मॉडर्न ट्विस्ट के साथ।

बेल्टेड स्टाइल।

नए जमाने में बेस्ड साड़ी ड्रेप कोई नई बात नहीं है। बेल्ट चेन, कमरपत्ता, वैस्ट चेन और हिप चेन के साथ बेल्ड स्टाइल सालो से महिलाओ के बीच लोकप्रिय है। क्लासिक स्टाइल में मुख्य रूप से सोने से बनी सजावटी नक्काशीदार बेल्ट शामिल थी । बेल्टेड स्टाइल क्लासिक स्टाइल का मॉडर्न वर्ज़न है जिसमें ब्रॉड बेल्ट, थिन बेल्ट, लेदर बेल्ट या यहां तक कि कपड़े की बेल्ट होती है जो साड़ी को कमर पर बांधे रखती है। बेल्ट एक साफ सुथरा लुक देने के साथ ही प्लेट्स को अपनी जगह से सरकने नहीं देती हैं।

स्कार्फ़ स्टाइल।

अापने बहुत बार साडी के गिरते पल्लु को संभाला होगा ,लेकिन अब से इस झंझट से पीछा छुड़ाने के लिए नेक्स्ट टाइम साड़ी को स्कार्फ़ स्टाइल में पहने। साडी पहनने के स्कार्फ़ वाले ट्रेंडी तरीके को आप न सिर्फ शादी में बल्कि मॉडर्न पार्टी या फंक्शन में कैरी कर सकती है। यह साडी पहनने का बिल्कुल नया अवतार है । इसके लिए साड़ी को ड्रेप करें जैसा कि आप करते हैं और कंधे पर पिनअप करने के बजाय इसे दुपट्टे की तरह अपनी गर्दन के चारों ओर लपेटें। शिफॉन या नेट वाली सिंपल साडी ड्रेपिंग की इस शैली के लिए परफेक्ट है ।ध्यान रहे आपका ब्लाउज पारंपरिक डीप नेक ब्लाउज नहीं होना चाहिए। एक बोट नैक या फिर एक हॉल्टेर नैक का चुनाव करे और अपने कंधो को उभरने का अवसर दे। अंत में विभिन्न एक्सेसरी का प्रयोग करके खुद को मनमोहक लुक दे । कुछ चैन ऐड करें या एक हिप्पी लुक ट्राई करे या कन्टेम्परोरी लुक के लिए एक बेल्ट बांधे।

बटरफ्लाई स्टाइल।

साड़ी की ड्रेपिंग का बटरफ्लाई स्टाइल ड्रेप करने के क्लासिक तरीके को ट्विस्ट देता है। यहाँ पल्लू की चौड़ाई काफी कम होती हैं जिसके वजह से आपके कंधे पर एक पतली पट्टी दिखती है। नेट , जॉर्जेट या शिफॉन की तरह का एक फैब्रिक ड्रेपिंग के इस स्टाइल के लिए बढ़िया रहता है। जितनी रेशमी और शालीन आपकी साड़ी होगी उतना ही अधिक यह स्टाइल एक तितली जैसा नजर आता है। इसके अलावा, इस शैली में अपने ब्लाउज और जूतों को माइंडीड तरीके से चुनने की आवश्यकता है। यह सेलिब्रिटी द्वारा बहुत पसंद किया जाता है क्योंकि यह एक सुडौल शरीर को खूबसूरती से दिखाता है।

फिशकट स्टाइल |

फिश कट स्टाइल साड़ी का चलन लड़कियों के बीच में खासा लोकप्रिय है। इस स्टाइल में साड़ी से ज्यादा पेटीकोट मायने रखता है क्योंकि पेटीकोट द्वारा ही साड़ी को फिश कट स्टाइल दिया जाता है। पेटीकोट कूल्हे और कमर पर फिटिंग का और घुटनों से नीचे की तरफ चौड़ा होता चला जाता है । इससे आपकी बॉडी शेप निखर कर आती है। और यदि आपके फिगर हरगिलास है , तो यह आपके लिए ही है। पेटीकोट को सूझबूझ के साथ चुनना चाहिए। बेहतर होगा अगर मटेरियल रेशम, कपास या साटन का हो। साड़ी भी रेशमी जैसे चिकने कपड़े की होनी चाहिए । आप विभिन्न प्रकार के एम्बेलिशमेंट के साथ एक्सपेरिमेंट कर सकते है । पर ध्यान रहे एक परफेक्ट फिट कट स्टाइल साडी ड्रेप करने के लिए परफेक्ट पेटीकोट होना जरूरी है।

लेहंगा साड़ी ।

यदि आपके पास लेहंगा नहीं है और आपको किसी शादी या समारोह में जाना है जिसका ड्रेस कोड लेहंगा है। तो क्यों न साडी को ही लेहंगा बना दिया जाये ? है न बढ़िया आईडिया ? इसके लिए किसी भी चिकने कपड़े की साडी ले जैसे नेट या शिफॉन। स्टाइलिश दिखने के लिए आप बेल्ट या एम्बेलिशमेंट ब्लाउज के साथ एक्सपेरिमेंट कर सकती है। तो अब आपको पैसे खर्च करके लेहंगा खरीदने की कोई जरूरत नहीं है। पर हमारे दिए गए लेहंगा ड्रेपिंग स्टेप्स को देखने की जरूरत जरूर है।


लेहेंगा साड़ी

इसे कैसे पहनना है:
  • अपनी दाहिनी कमर पर साड़ी के बिना पल्लू वाले छोर को टक करना शुरू करें और इसे अपनी कमर के चारो ओर पीछे से आगे की तरफ लपेटें, इसे हर जगह से टक करे ।
  • इसे अपनी कमर के चारों ओर फिर से लपेटते हुए बैक साइड ले जाएं।
  • इसे चारों ओर से सामने लाएँ और पल्लू की प्लेट्स बनाएँ। सुनिश्चित करें कि प्लेट्स की चौड़ाई कम हो ।
  • बचे हुए कपड़े के साथ भी प्लेट्स बनाएं और इसे पीछे से टक करें।
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समाप्त

साड़ी ड्रेपिंग साड़ी पहनने की एक बहुत ही जरूरी तकनीक होती है। ऐसा करने पर एक औरत अपनी खूबसूरत साड़ी को अलग अलग स्टाइलो में ढाल सकती हैं। इसलिए हमने आपको वह सभी साड़ी ड्रेपिंग टेक्निक्स बता दि है जिनमें आप बेहद खूबसूरत लगेगी। अनुच्छेद पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।