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घर पर परिवार के साथ वक्त बिताने के लिए कुछ रोमांचक सुझाव और जानकारी

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आज का ये लेख हर किसी के जीवन के उन ख़ास दिनों के लिए ख़ास तौर पर तैयार किया गया है जो आम तौर पर कम ही मिलते हैं| जी हाँ बात हो रही है छुट्टी के दिनों की जिनमे आप अपने परिवार के साथ वक्त बिता पाते हैं| लेख में इन दिनों की अहमियत के बारे में, इनका भरपूर लुत्फ़ और फायदा उठाने और सबसे महत्वपूर्ण ये की अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ इसे यादगार बनाये रखने में सहायता के लिए जानकारी देने का प्रयास किया गया है| उम्मीद है की हमारी बताई गई जानकारी आपको पसंद आएगी और आप इसका लाभ उठा सकेंगे| तो आइये शुरू करते हैं:

समय, जिसकी हमेशा कमी रहती है

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व्यस्तता के कारण परिवार के सदस्यों के साथ वक्त बिताने का वक्त ज़्यादातर कम ही मिल पाता है, और जब मिलता है तो उसमे भी कुछ समय तो ये समझने में बिता दिया जाता है की इस वक्त में किया क्या जाये| बेहतर है की व्यस्तता के दौरान ही भले अपने मन में ही सही कुछ प्लानिंग करके रखें जिससे छुट्टी का वक्त सिर्फ सोचने में ज़ाया न करना पड़े क्यूंकि एक साधारण सा नियम है की ज़रूरी चीज़ों में सबसे कीमती वही चीज़ होती है जो कम हो, और वक्त उनमे से ही एक है तो इसे ज़ाया करना बिलकुल उचित नहीं होगा| वैसे तो लेख के आगे के हिस्से में आपको कई ऐसे रोचक सुझाव मिलने वाले हैं की जिनसे आपको मदद मिल जाएगी लेकिन वैसे भी अपनी मर्ज़ी और ज़रूरत के अनुसार आप कुछ भी निर्णय ले सकते हैं|

ऐसे वक्त का ज़्यादा लुत्फ़ उठाने के लिए कुछ शुरुआती टिप्स

परिवार के साथ अपने छुट्टी के दिनों को मनोरंजक, रोचक, फायदेमंद और यादगार बनाने के लिए कुछ शुरुआती जानकारी पर गौर करें, और इन्हें अपनाएं| यकीन करिए ऐसा करने से हर काम का मज़ा दुगुना हो जायेगा:

टीम बनायें

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परिवार में सदस्यों की संख्या के मुताबिक 2 टीम बनायें, टीम को नाम दें, जैसे स्कूल में अलग अलग हाउस बनाये जाते हैं| और इसके बाद कोई भी कार्य इन टीमों को कैसे करने हैं निश्चित करें| अगर सदस्यों की संख्या विषम हो तो किसी एक टीम में ज्यादा रहने दें, कोई परेशानी नहीं ये तो घर की ही बात है|

प्रतिस्पर्धा के प्रकार चुने

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सभी सदस्यों के साथ बातचीत करके रूचि के अनुसार ऐसी क्रियाओं का चयन करें जिन्हें प्रतिस्पर्धा का रूप दिया जा सकता है| ये कोई भी क्रिया हो सकती है जैसे रोज़मर्रा की क्रिया, कोई कलात्मक क्रिया या फिर वास्तविक गेम्स इत्यादि| आप जिस प्रकार की क्रियाओं में रूचि रखते हैं उन्हें चुन सकते हैं, कई अलग अलग क्रियाओं की फेहरिस्त बना सकते हैं और बारी बारी सबका आनंद ले सकते हैं|

स्कोर कार्ड बनायें

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ज्यादा रोमांचक बनाने के लिए एक स्कोर कार्ड भी अवश्य बनायें, जिसमे दोनों टीमों को अलग अलग प्रतिस्पर्धा में मिलने वाले स्कोर को दर्ज करके रखा जा सके और अंत में जीत हार का फैसला किया जा सके| ये सिर्फ आपके मनोरंजन के लिए है, ध्यान रहे इस कारण बहस या झगड़े ना होने लग जाएँ|

परिवार के साथ मिलकर खाली वक्त को रोमांचक बनाने के लिए कुछ रोचक सुझाव

ऊपर बताई गई तैयारी पूरी हो गई हो तो आगे बढ़ते हैं, ख़ास रोमांच की तरफ| हमने आपके लिए कुछ ऐसी मनोरंजक और रोमांचकारी क्रियाओं की फेहरिस्त तैयार की है जिन्हें आप दोनों टीमों के बीच प्रतिस्पर्धा के तौर पर चुन सकते हैं| इनमे से कुछ तो साधारण मनोरंजन की क्रियाएँ हैं और कुछ कलात्मक दृष्टि से रोचक हैं| आप बेशक इनपर गौर करिए आपको ज़रूर पसंद आएँगी:

गैलरी या गेराज़ वॉल ग्रेफ़ीटी पेंटिंग

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अक्सर छोटे बच्चों को दीवारें गन्दी करने के लिए डांट पड़ती है लेकिन इसमें छुपी हुई कला को नज़रंदाज़ कर दिया जाता है| हमने अपने सुझावों की फेहरिस्त में सबसे पहले ये विकल्प रखा है क्यूंकि ये सिर्फ एक मनोरंजक और कलात्मक क्रिया ही नहीं बल्कि अपनी सोच में बदलाव लाने का भी एक जरिया है| अलग अलग जगह दीवारों को गन्दी करने के बजाय, दोनों टीमों को स्पष्ट निर्देश के साथ गैलरी या गेराज़ की दीवार का कुछ हिस्सा चिन्हित करके बता दिया जाये और उसमे अपनी पसंद की चित्रकारी करने की छूट दे दी जाये| कुछ समय तैयारी का दिया जाये जिसमे अपनी पसंद और ज़रूरत का सामान दोनों टीम के व्यक्ति इकठ्ठा कर सकें और उसके बाद एक निश्चित समय में उन्हें अपनी पसंद की चित्रकारी बना कर तैयार करनी होगी| जिसकी पेंटिंग ज्यादा बेहतर वो ही जीता और वो ही सिकंदर|

बोर्ड गेम्स

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विडियो गेम्स और एंड्राइड गेम्स के दौर में भी इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की बोर्ड गेम्स का आज भी अपना अलग मज़ा है| खेलने के लिए तैयार लोगों के बीच बोर्ड को रखकर मज़ा लेते हुए खेला जाए तो बात अपने आप में रोचक लगती है| इसके अन्य फायदे भी हैं जैसे की गेम्स खेलने में ज्यादा सेटअप की ज़रूरत नहीं पड़ती, इनसे तनाव दूर होता है, एकाग्र होने की क्षमता बढती है और सबसे महत्वपूर्ण ये की सभी सदस्यों के साथ मिलकर इसका लुत्फ़ उठाया जा सकता है| गेम चाहे, मोनोपोली हो, स्क्रेबल हो, ओथेलो या फिर लूडो (या आपकी पसंद का कोई भी गेम) बस उसे मेज़ पर या ज़मीन पर सेट करके रख दीजिये और दोनों टीमें शुरू हो जाइये|

अन्ताक्षरी 2020 (ऐड जिंगल्स)

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मज़े के लिए अन्ताक्षरी तो अक्सर आप लोगों ने खेली होगी लेकिन मुमकिन है की इसके इतिहास से उतना परिचित ना हों| चलिए वो भी बता देते हैं| वैसे ये शब्द दो शब्दों के मेल से बना है अंत्य और अक्षरी जिसका अर्थ तो समझा जा ही सकता है की अंत में आने वाले अक्षर से शुरू करना| इसका इतिहास भी बहुत प्राचीन है और उस वक्त इसे खेलने के लिए संस्कृत के श्लोकों का इस्तेमाल किया जाता था| समय के साथ आये बदलाव की वजह से श्लोकों का स्थान फ़िल्मी गानों ने ले लिया और आज के नए दौर में नया चलन देखने को मिलने लगा है जिसमे गानों के बजाय टी.वी. कमर्शियल के जिंगल्स गाये जाते हैं| वैसे इसका कोई नया नामकरण तो नहीं किया गया लेकिन हमने अपनी तरफ से इसे अन्ताक्षरी 2020 का नाम दे दिया है| अब आप चाहें तो प्राचीन प्रकार से संस्कृत श्लोकों वाली या फिर फ़िल्मी गानों वाली और या फिर 2020 वाली अन्ताक्षरी खेल सकते हैं| ये आपकी पसंद और क्षमता पर निर्भर करता है की आप कौन सा विकल्प चुने|

डेकोरेटिव लैम्प्स डी.आई.वाई.

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ज़रूरत है तो बस 2 बल्ब, 2 लैंप के होल्डर और तार की जिन्हें दोनों टीमों को दे दीजिये और इन होल्डर्स के ऊपर डेकोरेटिव लैम्प्स बनाने की ज़िम्मेदारी टीम की| किसका लैंप कितना सुन्दर बन सकता है ये उस टीम की सोच और कलात्मकता पर निर्भर करेगा| वैसे ज़रूरत हो तो चुपके से महानतम गुरु गूगल की मदद ले लीजिये, पर दूसरी टीम को पता ना चले| कुछ रोचक आइडियाज़ आर्कीटेकचरआर्टडिजाईन.कॉम पर भी आप देख सकते हैं| बन जाने के बाद इसकी खूबसूरती का आंकलन अँधेरे कमरे में सिर्फ लैंप जला कर करें की किसका लैंप ज्यादा सुन्दर लग रहा है|

केक डेकोरेशन

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खाने और खाना बनाने का शौक रखने वाले परिवार के लिए ख़ास तौर पर रखा गया ये गेम बहुत मज़े का है| इसकी शुरुआत के लिए आपको केक के 2 समान प्रकार के बेस दोनों टीमों को देने हैं और अब उन्हें इस बेस के ऊपर केक का डेकोरेशन करना है| अपनी अपनी जानकारी और तजुर्बे का इस्तेमाल करते हुए बेहतरीन केक बनाने का पूरा प्रयास करें| खाने के लिए तो सबको मिलेगा ही इसलिए उसकी फिकर बनाते वक्त ना करिए| सिर्फ अपने मिशन पर ध्यान दीजिये जो है प्रतिस्पर्धा को जीतना| वैसे कंट्रीलिविंग.कॉम पर से कोई आईडिया चुराना हो तो चुरा लीजिये लेकिन चोरी करना पाप है|

कौन बनेगा करोड़पति ???

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स्मार्टफ़ोन की मदद से वैसे भी मनोरंजन के कई प्रकार खोजे जा सकते हैं लेकिन हमने कौन बनेगा करोड़पति गेम इसलिए चुना है की इसे खेलने के दो फायदे हैं, एक तो है जानकारी में इज़ाफा और दूसरा बोनस में आप सभी का मनोरंजन| प्लेस्टोर से गेम को डाउनलोड कर लीजिये और बन जाइये अमिताभ बच्चन| सवाल पूछने के लिए फ़ोन एक टीम के पास रहे और दूसरी टीम जवाब दे, उसके बाद फ़ोन दूसरी टीम के पास जाये और वो सवाल पूछे और पहली टीम जवाब दे| इस गेम के साउंड इफ़ेक्ट भी टी.वी. पर आने वाले शो की तरह ही हैं बस अमिताभ बच्चन की आवाज की जगह इसमें आपके परिवार के सदस्यों को अपनी आवाज़ में सवाल पूछना पड़ेगा| ज्यादा मज़े के लिए फ़ोन को अच्छे वूफर वाले स्पीकर के साथ जोड़ दें और मज़ा लें पुरे शो के साउंड इफ़ेक्ट का|

इंडोर बास्केट बॉल

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इस गेम को खेलने में दोनों टीमों को काफी ज्यादा मज़ा आने वाला है क्यूंकि इसमें कुछ शारीरिक गतिविधि की भी ज़रूरत पड़ती है| इस गेम की तैयारी कुछ कामचलाऊ तरीके से करने के लिए आप घर में उपलब्ध बकेट, रिंग आदि को दीवार पर फिक्स करके भी कर सकते हैं, अब दोनों टीमों को बारी बारी बॉल को बास्केट में डालना है, बाकि नियम तो आपको मालुम ही होंगे| तो बस मज़े लीजिये इस गेम का और हो सकता है की आपके परिवार में से कोई एन.बी.ए. तक पहुँच जाये|

टेबल टेनिस ऑन डाइनिंग टेबल

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आपने सही पढ़ा है डाइनिंग टेबल की ही बात हो रही है जिसका इस्तेमाल खाना खाने के अलावा कुछ और बैठे रहने वाले कार्यों में किया जाता है लेकिन यही टेबल स्पोर्ट के लिए कितनी कारगर है इसका पता आपको तब चलेगा जब आप इसके बीच में एक टॉवेल रखकर एक नेट का काम लेंगे और इसके दोनों तरफ टीमों के एक एक खिलाड़ी हाथ में टेबल टेनिस रैकेट लेकर खेलना शुरू कर देंगे| हाँ, वो टॉवेल की जगह आप कुछ और भी रख सकते हैं| अगर डाइनिंग रूम में जगह कम हो तो टेबल को लिविंग रूम में शिफ्ट कर लीजिये जहाँ आसानी से मूवमेंट हो सके और कुशल खिलाडियों को कोई मुश्किल ना हो| इस खेल में लगने वाली मेहनत आपके शरीर को स्फूर्ति से भर देगी और मज़ा जो आएगा सो अलग| बस कमरे में रखे कीमती सामानों को थोडा हिफाज़त से कहीं और संभाल के रख दें जिससे मज़े का खामियाजा नुक्सान से ना भुगतना पड़े, और बिना किसी संकोच के आप खेल का लुत्फ़ उठा सकें| जब खेल में जीत हार का फैसला हो जाये उसके बाद आप टेबल पर खाना भी खा सकते हैं अगर भूख लगी हो तो|

परिवार के साथ इन पलों को और ज्यादा रुचिपूर्ण कैसे बनायें?

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इन सभी मनोरंजक क्रियाओं का मज़ा और बढाने के लिए कुछ और काम ऐसे हैं जो आप कर सकते हैं, जैसे

  • आंकलन के लिए दूसरों को शामिल करें
    रचनात्मक और कलात्मक प्रकार की क्रिया में बेहतरी का आंकलन स्वयं ना करें बल्कि इन्हें अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से शेयर करें और उनका चयन प्राप्त करें की कौन सी कला ज्यादा खुबसूरत या बेहतर है| उनके दिए हुए लाइक और डिसलाइक के आधार पर विजेता घोषित करें|

  • उचित इनाम निर्धारित रखें
    इतनी रोमांचक और मजेदार प्रतिस्पर्धाओं के बाद अगर इनाम ना मिले तो कुछ कमी का एहसास ज़रूर हो सकता है| तो इसका भी इन्तेजाम रखें| विजेता टीम को कुछ बड़ा इनाम और दुसरे नंबर वाली टीम को छोटा इनाम| ऐसा करने से सभी को ख़ुशी भी होगी साथ में प्रोत्साहन भी मिलेगा और इस बार नतीजा चाहें जो भी हुआ हो पर अगली बार के लिए यकीनन हर कोई ज्यादा उम्मीद और कोशिशों के साथ तैयार मिलेगा|

  • चुपके से चीटिंग का भी मज़ा लें
    गेम्स के बीच छेड़खानी के लिए कभी कभी चीटिंग का मज़ा भी लें जिससे बीच बीच में छोटे मोटे झगडे भी हो सकें, आप भी इस बात को मानते होंगे की इसका भी अलग ही मज़ा है| बस ये ध्यान रखें की बात हल्की फुल्की ही रहे ज्यादा ना बढ़ जाये वर्ना मज़ा किरकिरा हो जायेगा|

कुछ और रोचक क्रियाएँ जिन्हें परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर करने का मज़ा ही अलग है

गेम्स और प्रतिस्पर्धा इत्यादि तो पूरी व्यवस्था के साथ किये जाने वाली क्रियाएँ हैं, लेकिन अगर इतना समय ना हो या फिर इन्तेजाम आदि का मन ना हो तो भी ऐसा नहीं है की आप इन पलों का लुत्फ़ अपने परिवार के साथ नहीं उठा सकते

बालकनी कैम्पिंग

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ये एक ऐसी छोटी सी आसान सी क्रिया है जिसका नतीजा बहुत ही आनंददाई होता है| अपने कमरों में बैठे बैठे आप एक ही प्रकार के विचारों से घिरे रहते हैं और उन्ही में अपना दिन बिता देते हैं और अगर बालकनी में बैठते भी हैं तो भी उसी आराम तलबी के साथ कुर्सी पे| इस विचार को त्याग दीजिये (हमेशा के लिए नहीं, बस कुछ समय के लिए) बालकनी को खाली कीजिये, बस वहां लगे पौधे इत्यादि को मत छेड़िये, ज़मीन पर सफाई करिये और बस या तो चटाई बिछाकर या फिर ऐसे ही फर्श पर जम जाइये| फिर एक एक करके अपने परिवार के सभी सदस्यों को भी बुलाइए और साथ बिठाकर खुली जगह में निश्चिन्त होकर बैठने, बातचीत करने और साथ में चाय नाश्ता करने के साथ खाली वक्त और खुली हवा का लुत्फ़ उठाइये|

योगा

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सब कुछ हो गया पर सेहत के लिए कुछ विशेष तो सोच ही नहीं सके, तो इसके लिए अब सोच लीजिये| परिवार के लोग अलग अलग अपने स्वास्थ्य के लिए जागरूक तो रहते ही हैं और ख्याल भी रख लेते होंगे लेकिन इस काम में अगर सब साथ हों तो इसका प्रभाव बढ़ भी सकता है| योगा एक ऐसी क्रिया है की जिसे ज़्यादातर परिवार के सभी सदस्य कर पाने में सक्षम होते हैं| तो आप भी योग के कुछ उत्तम आसन को जानते और समझते हुए बाकी सभी सदस्यों के साथ मिलकर करें जिससे उन सभी को इसका लाभ मिले और इसके प्रति रुझान भी बढे (अगर पहले से ना हो तो) साथ में योगा करने से इसका प्रभाव पुरे परिवार पर एक जैसा पड़ेगा और सभी का शरीर और मन स्वस्थ और शुद्ध रहेगा| ट्राई करके देखिये निश्चित फायदा होगा|

और अंत में

परिवार हमारे जीवन का वो बहुमूल्य खजाना है जिसके बगैर हम अपनी कल्पना भी नहीं कर सकते और इसी परिवार के साथ जब वक्त बिताना पड़े तो वो बोझ लगने लगे, ऐसा नहीं होना चाहिये| हर किसी के बस की बात है की वो अपने परिवार के साथ कुछ वक्त नियम से बिता सके बस ज़रूरत है तो सोचने की और समझने की, उपाय खुद ब खुद मिलेंगे|

सबसे ज़रूरी है ऐसे पलों को यादगार बनाना

साथ बिताये हुए ये पल ही आगे चलके हम सबके लिए खुबसूरत यादों का काम करते हैं| आज से 10 या 20 या 30 या फिर जितने भी वर्षों बाद आप जब भी इन पलों को याद करें तो आपके चेहरे पर ही नहीं बल्कि आपके मन में भी मुस्कान हो और ऐसा परिवार के सभी सदस्यों के साथ हो बस ये ही प्रयास होना चाहिए (इनाम चाहे जो भी मिला हो)|

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From our editorial team

एक आखरी जरूरी बात

किसी का भी परिवार उसकी जिंदगी के लिए बहुत महत्वपूर्ण और प्यारा होता है । हर एक इंसान चाहे जितना मर्जी बिजी हो पर उसको अपने परिवार के साथ थोड़ा समय जरूर बताना चाहिए । खासकर बच्चों के साथ तो बताना ही चाहिए ताकि आप उन्हें कुछ अच्छी और महत्वपूर्ण चीजें सिखा पाए और उन्हें अच्छे संस्कार भी दे पाए ।