Related articles
- Get That Well Toned and Perfectly Sculpted Body in the Comfort of Your Home. Your Quick Guide to the Best Home Gym Equipment in India and Why You Need to Get One Now (2021)
- If You’re Looking for an Innovative and Designed Exercise Equipment Which Can Match Natural Movement and Fit to Lifestyle: These 7 Home Gym Sets Help You to Improve Fitness Levels 2020
- अपने घर पर बनाए जिम इन 8 बेहतरीन जिम उपकरणों की मदद के साथ जिनके बारे में यहां पूरी जानकारी है । घर पर जिम बनाने के कुछ टिप्स और जानकारी ।(2020)
पुरुषों के लिए घर पे रहकर करने लायक व्यायाम
व्यायाम करने की कोई ज़रूरत नहीं, स्वस्थ रहने की कोई ज़रूरत नहीं, शरीर में जब तक तकलीफें ना हों तब तक जीने का मज़ा ही क्या है, अब इतना वक्त कहाँ की एक्सरसाइज करी जाये, जो है सो ठीक है| अगर आप भी इन्हीं विचारों से खुश हैं तो बुरा न मानियेगा लेकिन इस लेख को आगे पढने की भी ज़रूरत नहीं, लेकिन आपके विचार इससे विपरीत हैं तो बेशक आगे पढ़िए|
अगर आप अभी भी पढ़ रहे हैं तो आपको ये बताने की ज़रूरत नहीं की व्यायाम करने के कितने फायदे हैं, व्यायाम क्यूँ करना चाहिए, ये सब आप बेशक जानते ही होंगे| हम फ़िलहाल आपकी एक मुश्किल आसान करने के लिए इस लेख को लिख रहे हैं की अक्सर व्यायाम के लिए कोई इस वजह से तैयार नहीं होता की उसे लगता है की इसके लिए व्यायामशाला यानी की जिम जाना पड़ेगा, बिना उसके तो उचित व्यायाम मुमकिन ही नहीं| तो हम आपको बता दें की बिलकुल मुमकिन है की आप घर पर रहकर भी अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पूरा व्यायाम कर सकते हैं वो भी बिना किसी अतिरिक्त उपकरण के| इस लेख में हमने इस विषय में लगभग पूरी जानकारी देने का प्रयास किया है और साथ में व्यायाम के प्रकार भी बताये हैं जिनको आप घर पर रहकर कर सकते हैं और अपने शरीर को स्वस्थ बनाये रख सकते हैं|
घर पर व्यायाम करने के लिए कुछ शुरुआती जानकारी
तो शुरुआत करते हैं शुरुआती जानकारी के साथ जो आपके लिए ज़रूरी है| जब आप अपने घर पर ही व्यायाम करने का निश्चय करते हैं तो सबसे बड़ी बात ये हो जाती है की आपका कोई इंस्ट्रक्टर नहीं होता, आपको अपना इंस्ट्रक्टर खुद ही बनना पड़ेगा तो आपके पास पूरी जानकारी होना अति आवश्यक है
- अपने शरीर की आवश्यकता को समझें
जानकारी में सबसे पहले आपको अपने शरीर को और उसके मौजूदा स्वास्थ्य के स्तर को जानना होगा और उसकी आवश्यकता का आंकलन करना होगा| ये शुरुआत में ही करना ज़रूरी है क्यूंकि इसके अनुसार ही आप अपना लक्ष्य निर्धारित कर पाएंगे| - शरीर के सभी हिस्सों के लिए उचित व्यायाम निर्धारित करें
व्यायाम के प्रकार ऐसे होने चाहिए की जिससे आपके शरीर के सभी हिस्सों की एक्सरसाइज हो सके| किसी एक या दो हिस्से पर ही अपने व्यायाम को केन्द्रित ना रखें| ऐसा तो है नहीं की सीने के लिए तो खूब पुश अप्स लगा लिए लेकिन पेट तो बाहर निकला हुआ है| फायदा क्या| अगर स्वस्थ होना है तो पुरे शरीर को होना है ना| - व्यायाम करने के लिए समय निर्धारित करें और उसका अनुपालन करें
बेशक आपके पास वक्त की कमी है लेकिन इसी वक्त में आप अपने और भी ज़रूरी काम को पूरा करते हैं, तो व्यायाम क्यूँ नहीं, इसके लिए भी वक्त निर्धारित करें| शुरुआत में भले कुछ कम समय रखें जैसे सिर्फ 15 मिनट, लेकिन दिन का जो भी वक्त आप चुने उसको निश्चित रखें यानी की उस समय प्रतिदिन नियम से आपको व्यायाम करना ही है| एक बार जब ये आपकी आदत में शामिल हो जाये तब आप इसका समय कुछ कुछ बढ़ा सकते हैं| और एक बात ज़रूरी है की समय चाहें जो भी हो व्यायाम से पहले आपका पेट खाली होना ज़रूरी है, इसलिए सुबह का वक्त व्यायाम के लिए सबसे उत्तम माना गया है तो आप भी हो सके तो सुबह का ही वक्त निर्धारित करें|
पुरुषों के लिए घर पे करने लायक 10 ख़ास व्यायाम
आइये अब देखते हैं की घर पर रहकर आप किस प्रकार से व्यायाम कर सकते हैं जो आपके पुरे शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए बेहतर रहेंगे| हमने यहां एक्सरसाइज की एक पूरी प्रणाली तैयार करी है जो आपको समझकर शुरू करनी है| कुछ ऐसी एक्सरसाइज हो सकती हैं की जिन्हें आप एकदम से समझ ना सकें और कर ना सकें तो उनके साथ में हम उन एक्सरसाइज का कुछ हल्का स्वरूप भी बताएँगे जो आप आसानी से कर सकेंगे, फिर कुछदिन बीत जाने के बाद आप उस एक्सरसाइज को भी कर सकते हैं|
और एक बात ये की अगर तो आप इस दिशा में नया नया प्रयास करने जा रहे हैं तो पहले दिन से ही पूरी फेहरिस्त के अनुसार व्यायाम ना करें बल्कि ऊपर के 2 या 3 प्रकारों तक ही सीमित रहें| कुछ दिनों के बाद जब आपका स्टैमिना कुछ बढ़ जाये तब आप पूरी एक्सरसाइज करें| ऐसा करने से आप अपने शरीर और मांसपेशियों पर अचानक से ज्यादा दबाव पड़ने से बच पाएंगे और आपको कोई तकलीफ नहीं होगी|
वार्म अप स्पॉट रनिंग
वार्म अप यानी की वो क्रिया जो आप अपने शरीर को व्यायाम के लिए तैयार करने के लिए करते हैं| ये बहुत ही आवश्यक है और व्यायाम से पहले करी ही जानी चाहिए| वार्म अप होने से शरीर में रक्त संचार बढ़ता है मांसपेशियों में कुछ गतिशीलता उत्पन्न होती है जिससे वो व्यायाम कर पाने के लिए तैयार हो जाती हैं| स्पॉट रनिंग यानि की एक ही स्थान पर रहते हुए दौड़ने की क्रिया सबसे अच्छा तरीका है वार्म अप होने के लिए| इसका फायदा ये है की क्यूंकि इसे एक जगह पर खड़े रहकर ही किया जाता है तो आपको बाहर जाने की ज़रूरत नहीं और इसके लिए आपको ज्यादा जगह की ज़रूरत भी नहीं| बस उस स्थान पर खड़े हो जाइये जहाँ आप व्यायाम करने वाले हैं और अपने कदमों को बारी बारी कुछ उछाल के साथ अपने ही स्थान पर दौड़ने की क्रिया को करें| इसे आप शुरुआत में 3 मिनट तक करें, फिर कुछ दिन बाद इसके लिए एक एक मिनट करके बढ़ा सकते हैं|
स्ट्रेचिंग
वार्म अप के बाद दूसरा स्टेप है स्ट्रेचिंग| यानी की मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न करके उन्हें लचीला बनाने की क्रिया| स्ट्रेचिंग पुरे शरीर के हर हिस्से के लिए ज़रूरी है तो यहाँ हम आपके लिए पूरी जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं की एक एक स्टेप आपको कैसे करना है
फुल बॉडी स्ट्रेच
- अपने स्थान पर सीधे खड़े रहकर अपने दोनों हाथों को ऊपर की तरफ ले जाइये, ऐसा करते वक्त गहरी सांस अन्दर की तरफ खीचिये
- अब कमर के स्तर से धीरे धीरे आगे की तरफ झुकिए, हांथों की स्थिति वैसी ही रखिये और झुकते हुए नीचे की तरफ अपने हाथों की उँगलियों को अपने पैरों के पंजे तक पहुँचाने का प्रयास कीजिये| ऐसा करते वक्त सांस को धीरे धीरे छोड़िये| हो सकता है की आपके हाँथ पूरा नीचे ना पहुँच पा रहे हों तो कोई बात नहीं, जहाँ तक हो सके वहां तक ले जाइये|
- 2 सेकंड रुकने के बात उसी प्रकार वापस उठिए जिस प्रकार झुके थे और इसके साथ सांस फिर भीतर खींचिए|
- इन स्टेप्स को 5 बार दोहराइए|
- इस स्ट्रेच से आपके हाँथ, पैर, कमर और पेट की स्ट्रेचिंग एक साथ हो सकती है|
शोल्डर स्ट्रेचिंग
- अपने स्थान पर खड़े रहकर अपने दायें हाँथ की उँगलियों को दायें कंधे पर रखें और बाएं हाँथ की उँगलियों को बाएं कंधे पर|
- उँगलियों को कन्धों पर स्थिर रखते हुए अपने दोनों हाँथ की कोहनियों को गोल घुमाएँ पहले एक दिशा 10 बार में फिर दूसरी दिशा में 10 बार
- इस प्रक्रिया को 2 बार दोहराएँ
नैक स्ट्रेच
- सीधे खड़े रहकर अपने सर को दाईं तरफ झुकाएं फिर बाईं तरफ झुकाएँ, दोनों तरफ 3 बार झुकाएँ
- अब सर को आगे की तरफ झुकाएँ फिर पीछे की तरफ झुकाएँ, ये भी दोनों तरफ 3 बार करें
- इस क्रिया को धीमी गति से ही करें वर्ना जिस चीज़ से बचने के लिए ये कर रहे हैं वही हो जायेगा यानी की नस चढ़ सकती है|
साइड स्ट्रेचिंग
- इसमें आपको अपने पैरों के बीच अपनी कमर की चौड़ाई के बराबर जगह रखते हुए खड़े होना है
- अब अपने बाएं हाँथ को कमर पर रखिये, दाहिना हाँथ सीधा नीचे की तरफ रहना चाहिए
- अब एक दोहरी प्रक्रिया है जिसमे आपको बाईं ओर झुकना है और साथ में अपने दायें हाँथ को दाईं दिशा में बाहर की तरफ बढाते हुए ऊपर की ओर ले जाना है|
- झुकना इतना है की आपके शरीर के ऊपरी भाग और कमर से नीचे के भाग के बीच 90 डिग्री का कोण बन जाये और आपका दाहिना हाँथ सीधा आसमान की तरफ इशारा कर रहा हो
- 2 सेकंड इस मुद्रा में रुककर वापस सीधे हो जाएँ
- अब इस प्रक्रिया को दाहिनी तरफ करें यानी की दाहिना हाँथ कमर पे, झुकना है दाईं तरफ और बायाँ हाँथ उठाना है ऊपर की तरफ
- इस प्रकार दोनों तरफ 3 बार इस स्टेप्स को दोहराएँ
वेस्ट एंड स्टमक स्ट्रेचिंग
- पैरों के बीच में कुछ फासला देकर खड़े रहें
- अब अपने दोनों हांथों को उन्ही की दिशा में बाहर की तरफ फैलाकर सीधा रखें
- हांथों को इसी स्थिति में स्थिर रखते हुए कमर के स्तर से बाएँ तरफ घूमिये, फिर सीधे सामने की तरफ आइये फिर दाईं तरफ घूमिये और फिर सामने की तरफ आइये
- इस क्रिया को दोनों तरफ 5 बार करिये
बैक स्ट्रेच
- पैरों के बीच में कुछ फासला देकर खड़े रहें
- अब अपने दोनों हाथों को कमर पर पीछे की तरफ रखें
- हाँथ रखे हुए पीछे की तरफ झुकने का प्रयास करें
- जितना झुक पायें उतना झुकें और वहीँ पर 2 सेकंड रूककर वापस सीधे हो जाएँ
- इस क्रिया को 5 बार दोहराएं
ये सभी स्टेप्स पुरे इसी प्रकार करने हैं और इसी क्रम में करने हैं| इन्हें करने से आपके पुरे शरीर की मांसपेशियां और नसों में खिंचाव उत्पन्न होगा और वो कुछ लचीली हो जाएँगी जिससे व्यायाम करते वक्त मोंच वगैरा आने की सम्भावना कम हो जाएगी|
स्टैमिना बढ़ाने के लिए कार्डियो एक्सरसाइज
वार्म अप और स्ट्रेचिंग के बाद और सबसे पहले की जानी चाहिए कार्डियो एक्सरसाइज क्यूंकि इससे ही शरीर में स्टैमिना बढ़ता है और स्फूर्ति आती है और आप बाकी के व्यायाम ज्यादा सुगमता से कर पाते हैं| कार्डियो एक्सरसाइज के लिए कई विकल्प हैं जिनमे से कोई भी आप अपना सकते हैं तो गौर से पढ़िए
जम्पिंग जैक
- कार्डियो एक्सरसाइज के लिए सबसे आसान विधि है जम्पिंग जैक, और इसे कैसे करते हैं इसके स्टेप्स देख लीजिये
- इसके लिए आप अपने पैरों को मिलाकर सीधे खड़े होइए और अपने हांथों को नीचे की तरफ ही रखिये
- अब दोहरी क्रिया के तहत थोडा उछलते हुए अपने पैरों को बाहर की तरफ फैलाइए साथ में अपने दोनों हाथों को भी बाहर की तरफ फैलाइए
- फिर से उछलकर दोनों पैरों को भीतर लाइए साथ में दोनों हाथों को भी नीचे लाइए
- हाँथ और पैरों को बाहर ले जाते वक्त और भीतर लाते वक्त आपको उछलना है|
- शुरुआत में आप इसे 15 बार दोहरा सकते हैं| फिर धीरे धीरे गिनती बढ़ा लीजियेगा|हो सकता है आपको याद आ जाये की बचपन में पी. टी. क्लास में ये एक्सरसाइज खूब करवाई जाती थी, बस ये वही एक्सरसाइज है|
अब विकल्पों के बारे में जान लीजिये
- कुछ विकसित प्रकार की कार्डियो एक्सरसाइज है बर्पी, जिसके पुरे स्टेप्स आप हमारे 30 मिनट एक्सरसाइज वाले लेख में देख सकते हैं
- अगर तो आपके पास साइकिल है और आप अपने कुछ आस पास के काम के लिए इसी का इस्तेमाल करते हैं तो इसमें आपकी कार्डियो एक्सरसाइज ऐसे ही हो जाती है| इस सूरत में व्यायाम के वक्त अगर आप बस 1 मिनट के लिए जम्पिंग जैक कर लेते हैं तो स्फूर्ति के लिए उतना काफी है, ज्यादा ज़रूरत नहीं
- आपके घर में छत पर जाने के लिए सीढियां हैं तो उन्हें गिन लीजिये| सीढ़ियों पर आपको 60 सीढ़ी ऊपर चढ़ना है और नीचे आना| मान लीजिये की सिर्फ 20 ही सीढियां हैं तो ये क्रिया आप 3 बार कर लीजिये|
ये सब वो प्रक्रिया है जिनके लिए जिम में महंगे उपकरण लगाये जाते हैं जबकि यही सब आप घर पर आसानी से और स्वाभाविक तरीके से भी कर सकते हैं| यहाँ एक बात दोहराने की है की अगर व्यायाम आपके लिए नया नया अनुभव है तो शुरुआत में आप यहीं तक सीमित रहें और कम से कम 3 दिन तक इतना कर लेने के बाद ही आगे के व्यायाम करना शुरू करें| हाँ पढने के लिए कोई रोक नहीं है तो पढ़ पूरा लीजिये|
पुशअप्स (आर्म्स और चेस्ट के लिए)
सीने और भुजाओं के ऊपरी हिस्से के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद और लोकप्रिय एक्सरसाइज है पुश अप्स| पहले आपको इसका बेसिक फॉर्म बता देते हैं फिर इसके कुछ और ज्यादा विकसित विकल्पों के बारे में चर्चा करेंगे|
- ज़मीन पर पेट के बल लेट जाएँ, अपनी दोनों हथेलियों को सीने के पास ज़मीन पर रखें और अपने पैरों को साथ मिलाकर रखें और पैर की उँगलियों के निचले हिस्से पर पैर को टीकाएँ|
- अब अपने हांथों और कन्धों पर जोर देते हुए अपने आप को ऊपर की तरफ उठायें, ऐसा करते वक्त आपके पैर या कमर मुड़ने नहीं चाहिए बल्कि शरीर के ऊपरी हिस्से के साथ ऊपर आने चाहिए| इस अवस्था में आपकी दोनों हथेलियाँ ज़मीन पर हों, हाँथ सीधे हों और आपके सर से पैर तक पूरा शरीर एक सीधी रेखा में होना चाहिए| ये आपकी स्टार्टिंग पोजीशन है|
- इस अवस्था से आपको अपने हांथों को मोड़ते हुए अपने शरीर को नीचे की तरफ लाना है ज़मीन के काफी नज़दीक तक लेकिन ज़मीन पर छूना नहीं है, और फिर वापस स्टार्टिंग पोजीशन पर जाना है| नीचे आते वक्त या ऊपर जाते वक्त आपके पैर या कमर मुड़ने नहीं चाहिए|
- इन स्टेप्स को एक बार में 15 बार दोहराएँ| फिर हो सके तो इसी सेट को फिर से कर लें| आप अगर 15 के 3 सेट शुरुआत में लगा सकते हैं तो काफी होगा| बाद में गिनती बढ़ा सकते हैं|
- अगर आप इसे कुछ आसान बनाना चाहते हैं तो इसे सीधे ज़मीन पर हाँथ रखकर करने के बजाय अपने आगे कोई कम ऊंचाई की चौकी रख लें और अपने हांथों को उस चौकी पर रखें| इस तरह चौकी पर हाँथ रखकर जब आप स्टार्टिंग पोजीशन में आयेंगे तो आपको खुद महसूस होगा की आपका वज़न सिर्फ हांथों पर ही नहीं बल्कि नीचे तक पूरा बंटा हुआ है| इस प्रकार के पुश अप्स को इन्क्लाइन्ड पुश अप्स कहते हैं|
- अब इसे थोडा मुश्किल बना कर भी देख लीजिये| इसके लिए अपने हांथों के बजाय अपने पैरों को चौकी पर ठहराइये और हांथों को ज़मीन पर रखिये| इस स्टार्टिंग पोजीशन में आपका पूरा वज़न आपके सीने, कंधे और हांथों पर केन्द्रित होता महसूस होगा| और इस मुद्रा में पुश अप्स करने पर आपको ज्यादा दबाव भी महसूस होगा| इसे रिवर्स इन्क्लाइन्ड पुश अप्स कहते हैं|
- कुछ वेरिएशन हांथों की पोजीशन से भी किया जाता है जैसे की डायमंड पुश अप| इसमें अपने हांथों को कंधे की चौड़ाई के बराबर दूरी पर रखने के बजाय उन्हें बीच में एकदम सीने के मध्य भाग के नीचे रखा जाता है| इस मुद्रा में पुश अप करने पर आपको अपनी भुजाओं पर ज्यादा दबाव महसूस होगा| दूसरा है स्पार्टन पुश अप जिसमे अपने हांथों को एक सीध में रखने के बजाय एक हाँथ को सीने के ऊपरी हिस्से के बगल में और दुसरे हाँथ को सीने के निचले हिस्से के बगल में रखा जाता है, और जब अपने आप को ऊपर लाया जाता है तो कुछ ज्यादा प्रेशर के साथ इतना उठना पड़ता है की शरीर के ऊपरी हिस्से में कुछ उछाल आये और आप अपने हांथों की स्थिति को आपस में बदल भी सकें| ये वाला हालाँकि कुछ ज्यादा मुश्किल है|
तो शुरुआत आप बेसिक पुश अप्स से करें, फिर चाहें तो अपनी क्षमता के मुताबिक मुश्किल वाले भी कर सकते हैं| और क्या पता की एक दिन आप सलमान खान वाला वन आर्म पुश अप भी कर सकें| कोई ताज्जुब की बात तो नहीं है, जब वो कर सकते हैं तो आप क्यूँ नहीं लेकिन शुरुआत में एकदम से वही ना करने लगियेगा|
प्लैंक्स/ रिवर्स प्लैंक्स (ऐबडोमिनल और बैक के लिए)
एक बहुत ही आसान और उतनी ही मुश्किल एक्सरसाइज है प्लैंक्स| आसान इसलिए की इसमें सिर्फ एक पोजीशन ही होती है कोई मूवमेंट नहीं होता, मुश्किल इसलिए की इस पोजीशन में अपने आप को रोके रख पाना शुरुआत में काफी ज्यादा मुश्किल लग सकता है, लेकिन चिंता की बात नहीं, कुछ कुछ शुरुआत करने पर आप इसे काफी आसानी से कर पाएंगे| वैसे ऐबडोमिनल मसल्स और बैक मसल्स के लिए ये एक बेहतरीन एक्सरसाइज है तो आपको करनी तो है ही| इसके स्टेप्स समझ लीजिये
प्लैंक्स
- सबसे पहले ज़मीन पर अपनी कोहनियों को अपने कंधे की सीध में रखें और अपने हांथों को आगे की तरफ सीधा रखें
- अपने पैरों को पीछे सीधा रखकर पंजों के निचले हिस्से पर टीकाएँ
- इस मुद्रा में आपके शरीर के अगले हिस्से का वज़न आपकी कोहनियों और भुजाओं के अग्र भाग पर होना चाहिए और शरीर के निचले हिस्से को पैर के पंजों से सपोर्ट मिलना चाहिए| आपके सर से एंड़ी तक आपका पूरा शरीर एक सीधी रेखा में होना चाहिए| यही आपकी स्टार्टिंग पोजीशन है और यही पोजीशन ही है क्यूंकि इसमें कोई मूवमेंट तो है ही नहीं|
- अपने आप को इसी अवस्था में रोके रखना है| इसके लिए आप अपने पेट को कुछ अन्दर खींच कर रखें और अपनी कमर पे भी खिंचाव बना कर रखें| सांस को रोकना नहीं है
- 30 सेकंड तक आप अपने आप को इसी अवस्था में रोके रख सके तो शुरुआत के लिए काफी होगा| आगे चलकर कुछ सेकंड बढ़ाते हुए इसे 60 या 70 सेकंड तक ले जा सकते हैं| लेकिन इसके लिए कोई ज़बरदस्ती ना करें, यानी की अगर आप रोक नहीं पा रहे हैं और अपने पेट के हिस्से में कुछ कम्पन महसूस कर रहे हैं तो अपने घुटनों को ज़मीन पर रखकर बैठ जाएँ और कुछ सेकंड बार फिर से करें|
रिवर्स प्लैंक
जैसा की नाम से ज़ाहिर है इसमें आपकी दिशा उलटी होगी और इसे करने से आपकी पीठ की मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी| इसे करने के स्टेप्स इस प्रकार हैं
- ज़मीन पर बैठ जाएँ और अपने पैरों को सीधा सामने की तरफ फैला दें
- अपने दोनों हाँथ की हथेलियों को अपनी कमर से कुछ दूर ज़मीन पर रखें, अंदाजा लगा लें की हांथों के बीच का फासला आपके कन्धों की चौड़ाई के बराबर हो
- अब अपनी हथेलियों पर अपने शरीर के ऊपरी हिस्से के वज़न को केन्द्रित करते हुए अपनी कमर को ऊपर की तरफ उठायें
- शरीर को इतना उठाएं की आपके सर से लेकर पैर की एंड़ी तक पूरा शरीर एक सीधी रेखा में हो, आपकी हथेलियाँ ज़मीन पर ठहरीं हों और हाँथ सीधे हों|
- ये आपकी स्टार्टिंग पोजीशन है और इसी पोजीशन में अपने आपको रोके रखना है|
- शुरुआत में आप अपने आप को इस मुद्रा में ज्यादा रोक नहीं पाएंगे इसलिए सिर्फ 30 सेकंड तक ही रोकने का प्रयास करें और फिर वापस ज़मीन पर बैठ जाएँ| जब आपका स्टैमिना बढ़ जाये तब आप कुछ ज्यादा समय तक रुक सकते हैं| रिवर्स प्लैंक में भी रेग्युलर प्लैंक की तरह रोके रखने की वोही सीमा है यानि की अगर आपको अपने हांथों में या कन्धों पर कुछ कम्पन का एहसास होने लगे तो वापस बैठ जाएँ|
स्क्वाट्स (पैरों के लिए)
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएँ, अपने पैरों के बीच में कमर की चौड़ाई के बराबर फासला रखें और अपने हांथों को या तो कमर पर रख लें या अपने सीने के सामने लाकर दोनों हाँथ के पंजों को जोड़कर रखें| ये स्टार्टिंग पोजीशन है|
- अब अपने घुटनों को मोड़ते हुए शरीर को नीचे लायें| इतना नीचे लाना है की आपकी जाँघों और घुटने के नीचे के हिस्से के बीच 90 डिग्री का कोण बने| ये अवस्था ऐसी है जैसे की आप कुर्सी पर बैठे हों, बस यहाँ कोई कुर्सी नहीं है|
- इस लेवल तक नीचे आकर वापस सीधे खड़े हो जाएँ स्टार्टिंग पोजीशन में|
- इन स्टेप्स को आप 15 से 20 बार दोहरा सकते हैं और अगर हो सके तो इतने का ही एक और सेट लगा लें
स्क्वाट्स एक्सरसाइज वैसे तो अपने मूवमेंट की वजह से पैरों को विशेष लाभ पहुंचाती है लेकिन इसका कुछ प्रभाव आपकी लोअर बैक पर भी पड़ता है जिससे आपके शरीर की गतिशीलता और संतुलन बेहतर होती है| इसके स्टेप्स काफी आसान हैं जिसे कोई भी चल फिर सकने वाला व्यक्ति कर सकता है
क्रंच (पेट की मसल्स के लिए)
पेट की मसल्स यानी एबडोमिनल मसल्स के लिए बहुत ही ज्यादा प्रभावी एक्सरसाइज है क्रंचेस, इसलिए इस एक्सरसाइज के बहुत सारे विविध रूप भी विकसित किये गए हैं जो अलग अलग क्षमता के लोगों के लिए उपयुक्त हुआ करते हैं और इनके प्रभाव भी इनकी जटिलता के अनुसार कम या ज्यादा हो सकते हैं| हम यहाँ आपको क्रंचेस का बेसिक मूवमेंट बताने वाले हैं जिससे आप शुरुआत कर सकें, फिर आगे चलकर आप इसका विकसित स्वरूप भी अपना सकते हैं| तो सबसे पहले आपको बता दें की एबडोमिनल मसल्स में तीन सेट के मसल्स महत्वपूर्ण हैं जिनके लिए ये एक्सरसाइज करी जाती है वो है अपर एब, लोअर एब और साइड मसल्स| हमारी बताई गई दो प्रकार की एक्सरसाइज से आप इन मसल्स को मज़बूत और सुडौल बना सकते हैं, साथ में ये पेट और कमर पर जमा अतिरिक्त चर्बी को भी कम करने में सहायक है| तो आइये देखते हैं की इसमें आपको करना क्या है
पहले अपर बॉडी क्रंच समझ लीजिये
- सबसे पहले ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएँ, फिर अपने पैरों को घुटनों से भीतर की तरफ मोड़ें और तलवों को ज़मीन पर रखें और अपनी हथेलियों को या तो अपनी कमर के बगल में ज़मीन पर रखें या सीने के मध्य भाग पर एक के ऊपर रखें| ये आपकी स्टार्टिंग पोजीशन है|
- अब अपने पेट पर जोर देते हुए अपने सर से लेकर सीने के हिस्से को ऊपर उठाएं| इसे इतना उठाना है की आपके सीने और पेट के बीच में 45 डिग्री का कोण बने| 2 सेकंड इस अवस्था में रूककर वापस स्टार्टिंग पोजीशन में आइये और फिर से उठिए| शुरुआत में इसके 10 रेपिटीशन काफी होंगे और अगर हो सके तो 10 का एक और सेट लगायें
लोअर बॉडी क्रंच
- ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएँ और अपने दोनों हाथों को कमर के बगल में ज़मीन पर इस प्रकार रखें की हथेलियाँ ज़मीन पर रहें| अपने दोनों पैरों को सीधा मिलाकर रखें और हवा में लगभग 6 इंच उठा कर रखें| ये स्टार्टिंग पोजीशन है|
- अब अपनी कमर पर जोर देते हुए घुटनों को मोड़ते हुए अपने सीने की तरफ लायें| जितना ऊपर तक हो सके उतना लायें| 2 सेकंड इसी अवस्था में रूककर पैरों को वापस नीचे लायें| इन्हें ज़मीन से नहीं लगाना है थोडा ऊपर ही रखना है| इस क्रिया को भी 10 बार दोहराएँ और अगर हो सके तो 10 का एक सेट और लगायें|
- ये एक्सरसाइज से आपके लोअर एब्स और साइड मसल्स दोनों के लिए काम करती है|
लंजिंग (फ्लेक्सिबिलिटी के लिए)
जूते की डोरी बाँधने के लिए अगर आप ज़मीन पर झुकते हैं तो काफी हद तक लंजिंग एक्सरसाइज के मूवमेंट से वाकिफ हैं| ये एक्सरसाइज मुख्यतः तो पैरों के मसल्स के लिए होती है लेकिन इसके बॉडी मूवमेंट की वजह से इससे शरीर में लचीलापन भी बढ़ता है और कई बार तो इसे लोग वार्म अप के दौरान करना भी पसंद करते हैं| इसके स्टेप्स का कुछ अंदाजा आपको हो ही गया होगा लेकिन फिर भी बिलकुल सही तरीके से एक्सरसाइज के स्टेप्स जान लीजिये जो इस प्रकार है
- सबसे पहले सीधे खड़े हो जाइये और अपने हाँथों को या तो नीचे की तरफ सीधा रखिये या कमर पर रख लीजिये| ये स्टार्टिंग पोजीशन है|
- अब अपना दाहिना पैर एक कदम आगे ले जाएँ और अपने वज़न को भी इस पैर पर केन्द्रित करते हुए आगे आयें|
- कमर से ऊपर के हिस्से को सीधा ही रखें, और पैर मोड़ते हुए नीचे आयें|
- इस अवस्था में आपके दायें पैर का तलवा ज़मीन पर, पैर घुटने से मुड़कर 90 डिग्री के कोण पर यानी की आपकी जांघ ज़मीन के सामानांतर होनी चाहिये| बाएं पैर का घुटना आपकी कमर की सीध में नीचे की तरफ हों चाहिए|
- अब अपने दाहिने पैर पर ही जोर देते हुए वापस स्टार्टिंग पोजीशन पर आ जाइये|
- अब बाएं पैर पर यही मूवमेंट करिए|
- इन दोनों स्टेप को आप 15 बार दोहरा सकते हैं
- जो पैर आप आगे की तरफ बढ़ाएं वो पहले तो एंड़ी पर रुके लेकिन फिर पूरा तलवा ज़मीन पर ठहरे| ऐसा नहीं की नीचे आते वक्त आपकी एंड़ी ऊपर उठ जाये
- नीचे आते वक्त आपके शरीर का ऊपरी हिस्सा सीधा रहना चाहिए वो आगे या पीछे की तरफ झुकना नहीं चाहिए|
लंजिंग करते वक्त आपको कुछ बातों का ख्याल रखना है
डेड बग्स (पीठ, पेट और हिप की मजबूती के लिए)
डेड बग एक्सरसाइज शरीर के मध्य भाग की मजबूती के लिए की जाती है यानि की आपका पेट, पीठ, हिप्स और स्पाइन के लिए| इसे करने से शरीर में गज़ब की फ्लेक्सिबिलिटी आती है और इसीलिए ये एथलीट्स में खासी लोकप्रिय है| इस एक्सरसाइज के स्टेप्स कुछ इस प्रकार हैं
- सबसे पहले ज़मीन पर पीठ के बल लेट जाएँ
- अपने दोनों हांथों को उठाकर कंधे के लेवल तक लायें और इन्हें सीधा आसमान की तरफ रखें| दोनों हथेलियाँ एक दुसरे की तरफ होनी चाहिए|
- अपने घुटनों को मोड़ते हुए अपनी कमर तक लायें और घुटने के नीचे के पैर ज़मीन के सामानांतर रखें| ये आपकी स्टार्टिंग पोजीशन है|
- अब दोहरी क्रिया में अपने दायें हाँथ को सर के ऊपर ज़मीन की तरफ ले जाएँ और बाएं पैर को सीधा करते हुए ज़मीन की तरफ ले जाएँ| ये दोनों एक साथ ज़मीन की तरफ जाने चाहिए, लेकिन ज़मीन को टच नहीं करने चाहियें| और ऐसा करते वक्त आपको सांस बाहर की तरफ छोड़नी है|
- 2 सेकंड रूककर दोनों को वापस स्टार्टिंग पोजीशन में लायें, वापस लाते वक्त सांस अन्दर खींचनी है|
- अब दूसरी तरफ यही क्रिया करें, यानी की बाएं हाँथ को सर की तरफ ज़मीन पर लायें और दायें पैर को सीधा करके ज़मीन की तरफ लायें| इन्हें भी 2 सेकंड रोककर वापस ले आयें|
शेक ऑफ़ रिलैक्स
- सीधे खड़े होकर हल्के हल्के उछलते हुए अपने हांथों और पैरों को शेक कीजिये| ऐसा करने से आपकी मांसपेशियों में एक्सरसाइज के दौरान आया हुआ तनाव कम हो जायेगा|
- 10 से 15 सेकंड शेक ऑफ करने के बाद ज़मीन पर लेट जाएँ और 2 मिनट तक लेटे रहें और साथ में गहरी सांस लेते रहें| अब आपका वर्कआउट पूरा हो चूका है और आप अपने दिन की बाकी गतिविधियों के लिए तैयार हैं बल्कि रोज़ की अपेक्षा ज्यादा स्फूर्ति के साथ| तो बस अगले दिन से इस नियम को निभाते रहिये और स्वस्थ रहिये
वर्कआउट के अंत में शरीर को रिलैक्स करना भी उतना ही आवश्यक है, इसके लिए आपको 2 स्टेप्स पुरे करने पड़ेंगे
पुरुषों के घर पे रहकर व्यायाम करने के लिए कुछ अतिरिक्त ध्यान रखने की बातें
व्यायाम के विषय में तो आपकी आवश्यकता के अनुसार लगभग पूरी जानकारी देने का प्रयास हमने किया है| बाकी कुछ और ज़रूरी बातें हैं जिनका ध्यान आपको घर पर व्यायाम करते वक्त ज़रूर रखना चाहिए
- इन्टरनेट और यूट्यूब की मदद से अतिविशिष्ठ जानकारी प्राप्त करें
वैसे तो एक्सरसाइज के स्टेप्स और मूवमेंट के बारे में हमने काफी हद तक सब कुछ समझाने की कोशिश की है लेकिन फिर भी आप इन एक्सरसाइज को यूट्यूब पर खोजकर इसका विडियो देख लें तो बेहतर| इससे आप इन एक्सरसाइज को और बेहतर तरीके से समझ पाएंगे और इन्हें करते वक्त आपको कोई उलझन नहीं होगी| साथ में आप इन एक्सरसाइज के और ज्यादा विकसित स्वरूप भी जान पाएंगे जो हालाँकि शुरुआत करने के लिए तो ठीक नहीं रहते लेकिन कुछ दिनों के बाद जब आप एक्सरसाइज में ज्यादा कुशल हो जाएँ और आपका शरीर इसके लिए तैयार हो तो आप उन विकसित स्वरूपों को भी अपना सकते हैं| - व्यायाम के साथ संतुलित आहार पर भी ध्यान दें
ये एक बहुत ही ज़रूरी बात है जिसका विशेष ख्याल आपको रखना ही चाहिए| आपके रेग्युलर कोर्स में जैसा भी नियम आपने भोजन के लिए बना रखा हो, इतना ध्यान रखियेगा की एक्सरसाइज के दौरान आपके शरीर को अतिरिक्त एनर्जी की ज़रूरत पड़ती है| और ये एनर्जी एक्सरसाइज के दौरान इस्तेमाल हो जाती है| तो भोजन में कुछ अतिरिक्त पोषक तत्वों को शामिल करके आप अपने शरीर की इस आवश्यकता को पूरा कर सकते हैं| इसका ये मतलब बिलकुल मत निकालिएगा की आपको सिर्फ भोजन की मात्रा बढानी है बल्कि बात है संतुलित भोजन की जिसमे शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हों| - उत्साह बढ़ाने के लिए म्यूजिक का इस्तेमाल करें
म्यूजिक एक बेहतरीन जरिया है अपने एक्सरसाइज के अनुभव को और बेहतर बनाने के लिए| इसकी मदद से आप एक्सरसाइज के दौरान एक बेहतर लय बना के रख पाएंगे, सेट लगाते वक्त सेट का अंतराल बराबर रख पाएंगे और सबसे अच्छी बात ये की एक्सरसाइज करते वक्त आप बोर होने से बच जायेंगे| लेकिन ये ज़रूर ध्यान रखियेगा की आप घर पर एक्सरसाइज कर रहे हैं तो म्यूजिक का वॉल्यूम ज्यादा ना हो की कहीं और लोगों को डिस्टर्बेंस होने लगे| - आलस ना करें
अगर येही करना था तो लेख पढ़ा क्यूँ? फिर भी हम बात को दोहरा देते हैं की इस काम के लिए आप अपने बॉस खुद हैं| अगर आप अपनी बेहतरी चाहते हैं तो आलस ना करियेगा|
Related articles
- Get That Well Toned and Perfectly Sculpted Body in the Comfort of Your Home. Your Quick Guide to the Best Home Gym Equipment in India and Why You Need to Get One Now (2021)
- Do You Need Gym Equipment for Home to Create a Mini Professional Gym? Here are Top 10 Best Equipment and Machines You Can Add to Your Home Gym (2020)
- What to do When Your BP is Low? Top Home Remedies to Manage Low Blood Pressure and Why You Need to Take Low BP Seriously (2020)
- Want to Lose Weight and Get in Shape, But You Don't Want to Leave Your House? Here are 10 Simple & Effective Exercises At Home to Lose Weight Quickly (2020)
- Take Extra Good Care of Your Heart: 8 Important Things to Do When Your Blood Pressure (BP) is High (2020)
डाइट भी है जरूरी
हम आशा करते हैं कि आप हमारे इस अनुच्छेद से बेहद खुश होंगे । आपने व्यायाम के साथ साथ अपनी डाइट का भी ध्यान रखें क्योंकि आपकी डाइट आपके अच्छे स्वास्थ्य में काफी मददगार होती है । डाइट मे सीमित मात्रा में प्रोटीन जरूर ले ।