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सांसों की बदबू का मुकाबला
आप एक क्लाइंट के साथ मीटिंग या एक डेट पर है, और आपको ये अनुभव होता है कि लोग आप से मुँह फेर रहे है। अचंभित हो रहे है कि इसका कारन क्या है! जी है, यह आपकी सांसो की बदबू हो सकती है। यह एक ऐसा उपद्रव है जो आपके आत्मसम्मान को कम और आपके चिंता और तनाव का कारन बन सकता है। यदि ऐसा आपके साथ कार्यालय में होता है तो ये आप पर एक बोझ बनकर रह जायेगा। इसका चिकित्सकीय नाम हॉलीटोसिस है, यह हम में से अधिकांशो ने ही अनुभव किया है। हलाकि, यह स्थिति हम से कई लोगो के साथ कुछ ज्यादा ही होती है। ऐसे लोग बहुत सा मिंट और अन्य माउथ फ्रेशनर लेकर चलते हैं, लेकिन इससे समस्या का समाधान नहीं होता है! एक खराब गंध के ये उपचार केवल एक अस्थायी उपाय है। आपको सांसों की बदबू आने का मुख्या कारन को समझना होगा।
यह दांतो की पर्याप्त स्वच्छता न करने के कारण या आपके भोजन की आदतों के कारण भी हो सकता है। यहां तक कि हमारी कुछ आदते जैसे बहुत अधिक कैफीन-आधारित उत्पादो का सेवन भी सांसो में दुर्गन्ध का कारन हो सकती हैं। हम में से कुछ नियमित रूप से धूम्रपान या शराब का सेवन भी करते है। ऐसे लोग जो सांसो की समस्या से गुजरने रहे है विभिन्न उपायों को आजमाने के लिए तत्पर रहते है। इस लेख में, हम कुछ घरेलू उपचारो के बारे में बात करेंगे जिनका हम उपयोग कर सकते है।
सांसो की दुर्गन्ध दूर करने के घरेलू उपचार
घर में बना माउथवॉश
जब आपके सांसो में दुर्गन्ध हो, तो आपको अपने मुँह को माउथवाश से कुल्ला करने की आवश्यकता है। लेकिन क्या हो अगर आपके पास घर में इसकी बोतल नहीं हो? आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योकि यह कुछ घरेलू उपचार है जिनका आप उपयोग कर सकते है। विनेगर खाद्य सामग्रीओ में एक सामान्य सामग्री है। क्या आप जानते है की इसका उपयोग एक माउथवाश के रूप में भी किया जा सकता है? इसमें एसिटिक एसिड होता है और ये आपके मुँह से कीटाणुओं को दूर करने में आपकी सहायता कर सकता है। एक कप पानी लीजिये और इसमें दो चम्मच विनेगर मिलाइये। इससे कुल्ला करने से सांसो की दुर्गन्ध का प्रभाव कम हो जायेगा।
अन्य खाद्य समाग्री – बेकिंग सोडा भी मददगार हो सकता है। इसमें सोडियम बाइकार्बोनेट होता है जो आपके मुंह में सांसो के दुर्गन्ध होने के कारन बैक्टीरिया को नष्ट कर देता है। इसके लिए आपको दो चम्मच बेकिंग सोडा और एक कप पानी लेना है। इसका इस्तेमाल कुल्ला करने में कीजिये और मुँह से सांसो की दुर्गन्ध दूर हो जाएगी।
ग्रीन टी
हम में से अधिकांश हमारे किचन में पाए जाने वाली सामग्रियों के लाभों से अवगत नहीं है। अब किसने सोचा होगा कि ग्रीन टी हमारे स्वास्थय को बेहतर बनाने के आलावा, सांसो की दुर्गन्ध को भी दूर करता है? इसमें बहुत अधिक मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स होते है जिसके चलते ही ये स्वास्थ्य प्रेमिओ के मध्य बहुत अधिक लोकप्रिय है। ग्रीन टी को विशेष रूप से संसाधित किया जाता है ताकि इसमें कैफीन कम और पॉलीफेनोल की मात्रा अधिक की जा सके। यह उन रसायनो को नष्ट कर देता है जिसके कारन सांसो में दुर्गन्ध होती है। ये खराब महक वाले रसायनों को भी नष्ट कर देते हैं और मौखिक स्वच्छता को भी अच्छा बना देते हैं।
-इसमें एपिगैलोकैटेचिन-3-गैलेट (ईजीसीजी) भी पाया जाता है जो हमारे मसूड़ों पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। ये एक रसायन उत्पन्न करता है जो मुँह में कीटाणुओं को मार देता है। ग्रीन टी अपने विभिन्न सुगंध वाले गुणों से हमारी सांसों को भी ताज़ा करने में भी सहायता करता है। मिंट में भी समान गुण होते है और ग्रीन टी के साथ मिंट का संयोजन सांसो से दुर्गन्ध को दूर करने का एक अन्य विकल्प हो सकता है। संभवतः चाय के स्थान पर एक कप ग्रीन टी का सेवन तीन से चार घंटे के नियमित अंतराल पर आपके मौखिक स्वास्थ्य पर अद्भुत कार्य कर सकती है।
प्रोबायोटिक्स
प्रोबायोटिक्स इनसे होने वाले अनगिणत स्वास्थ्य लाभ के लिए जाने जाते हैं, और सहायक मौखिक स्वास्थ्य भी उन्ही में से एक है। उच्च प्रोबिओटिक युक्त भोजन का सेवन आपके मुंह के हानिकारक कीटाणुओं को कम कर सकता है। प्रोबायोटिक्स सेवन के कुछ अतिरिक्त लाभ भी हैं जैसे यह आपके मुंह में एक अच्छे बैक्टीरिया की परत बना सकता है जो आपकी श्वास को बेहतर कर सकता हैं। अध्यनो से यह सिद्ध होता है कि प्रोबिओटिक्स से आपके मुंह में बैक्टीरिया की मात्रा कम होने के साथ साथ सांसो की दुर्गन्ध भी कम होती है। दही में एक अच्छा बैक्टीरिया पाया जाता है – लैक्टोबैसिलस, जो आपके मुंह सहित आपके शरीर के विभिन्न भागो में हानिकारक जीवाणुओं के प्रभाव को कम करने में सहायता करता है।
दही के आलावा, आप केफिर का सेवन भी कर सकते है जिनमे बहुत अधिक मात्रा में प्रोबिओटिक बैक्टीरिया होते है। एक शोध के अनुसार जो केफिर के सेवन करने वालो और वे लोग जो किसी प्रकार के प्रोबिओटिक उपचार नहीं लेते है के बिच हुआ था, उसमे यह पाया गया कि वे जो केफिर का सेवन करते है उनमे हानिकारक बैक्टीरिया कि संख्या कम पाई गयी है। आप क्सीलिटोल च्युइंग गम का भी उपयोग कर सकते है जो आपकी दन्त स्थिति को बेहतर कर सकता है। यह एक ऐसी सामग्री है जो टूथपेस्ट में पाई जाती है।
जड़ीबूटी और मसाले
विभिन्न सुगन्धित जड़ीबूटीओ में अपनी एक सुगंध होती है और ये सांसो की दुर्गन्ध को दूर कर सकते है। इनका उपयोग भोजन करने के पश्चात् किया जा सकता है जो एक विशिष्ट सुगंध छोड़ते है। रेस्टोरेंट में भोजन करने के बाद, आपको सौंफ दाने की पेशकश अवश्य की जाती हैं। यह सांसो की दुर्गन्ध को दूर करने के लिए बहुत उपयोगी है। कुछ सूरजमुखी के बीज के साथ एक गिलास पानी का सेवन भी एक अन्य विकल्प है।
अदरक एक अन्य विकल्प है जो दांतों की बीमारियों और सांसो की दुर्गन्ध को दूर कर सकता है। यह मसूड़ों की त्वचा को मजबूत करने के आलावा गुहाओं को रोकता है और पट्टिका को भी हटा देता है। साथ ही, मुंह की बीमारियों का खतरा भी कम हो जाता है। कई अन्य जड़ी-बूटियाँ और मसाले भी है जो सांसो की दुर्गन्ध को कम करने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि दालचीनी, लौंग, इलायची के साथ-साथ पुदीना, दौनी, अजमोद, आदि जैसे अन्य मजबूत महक वाले जड़ी-बूटियाँ।
फलो का सेवन करे
ऐसे विविध प्रकार के फल है जिनका आप सेवन कर सकते है। अनानास का रस सांसो की दुर्गन्ध को कम करने में सहायता करता है। आप अनानास का रस का सेवन कर सकते है या कुछ अनानास के टुकड़े को भोजन के बाद चबा सकते है। पर्याप्त लार का उत्पादन करने से भी सांसो की दुर्गन्ध को कम किया जा सकता है। संतरे में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जो मुंह में लार के उत्पादन को बढ़ाता है। बेकिंग सोडा और निम्बू का रस का मिश्रण भी मददकर हो सकता है। सेब को दुर्गंधयुक्त भोजन के खिलाफ मददकार के रूप में जाना जाता है। यह कुछ तत्वों को संतुलित कर सकता है और आपके मुंह को सुगन्धित कर सकता है।
तेल
तेल का कई वर्गीकरण के साथ अपना मुँह में कुल्ला करने से भी मदद मिल सकती है। चाय के पेड़ के तेल, लौंग और तुलसी के मिश्रण के साथ किये गए अध्यन से ये बात सामने आयी है कि जिन्होंने ये परीक्षण दिया मुंह में बैक्टीरिया के स्तर कम पाया गया। कुछ बैक्टीरिया सल्फर युक्त तत्व उत्पन्न करते है जिनके कारण सांसो में दुर्गन्ध होती है। आप वनस्पति तेल का उपयोग कर तेल को मिश्रित कर सकते हैं और एक कप गुनगुने पानी में इसे डाल सकते हैं। इस बात का ध्यान रखते हुए कि आप इनसे गीले नहीं, कुछ समय तक गार्गल कीजिये।
दालचीनी का तेल भी हानिकारक बैक्टीरिया के विरुद्ध अच्छा काम करता है और मुँह की कोशिकाओं को भी कोई हानि नहीं पहुँचता है। नारियल का तेल भी एक रोगाणुरोधी तत्व है। प्रति सुबह दांतो को ब्रश करने से पहले, गर्मजल के साथ नारियल तेल से मुँह को कुल्ला कर ले। नीलगिरी का तेल भी अपने विरोधी और हानिकारक बैक्टीरिया के विरुद्ध कारगर होने के कारण सांसो की दुर्गन्ध को कम करने में मददगार हो सकता है। साथ ही ये मसूड़ों में दर्द और किसी भी रिसाव को बंद कर देता है। आप एक कप पानी और नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदों के मिश्रण के साथ कुल्ला कर सकते हैं।
अपने आप को तनाव मुक्त रखे
सांसो में दुर्गन्ध का कारण दांतो का नष्ट होना या मसूड़ों की समस्या हो सकती है, लेकिन इसका एक सामान्य कारण तनाव भी है। जब आप बहुत अधिक तनाव में होते है, तो हमारा नाड़ी तंत्र लार के उत्पादन को कम कर देता है। जब ये प्रक्रिया लम्बे समय तक चलती है तो इससे सांसो की दुर्गन्ध की समस्या हो सकती है। इसका कारण यह है कि जीवाणुओं द्वारा उत्पादित गैसों को लार अवशोषित कर है जो सांसो की दुर्गन्ध को रोकती है। यदि आपका मुख सूखा होता है तो गैसो का वहां अधिक होता है। साथ ही, जब मुख सुखा हो तो कॉफ़ी युक्त पेय या शराब को नजरअंदाज करे। ये एक देह्यदृटींग तत्व है। अपनी आदतों या योग की सहायता से अपने आप को तनाव मुक्त करे। आप जब एक बार शांत हो जायेंगे, तो आपका मुख भी अधिक समय तक सूखा नहीं रहेगा और सांसो से दुर्गन्ध चली जाएगी।
सांसो की दुर्गन्ध कैसे दूर करे
दांतो में स्वच्छता बनाये रखे
-क्योकि आप सारा दिन ही खाते है, जिससे आपके दातों पर परत जम जाती है। और इन परतो पर बैक्टीरिया चिपक जाती है और यही मुंह से दुर्गन्ध का कारन बनती है। भोजन के अणु जो आपके दांतो के बिच में फंस जाते है उनसे भी समस्याएं हो सकती है। ये चीजे दांतो पर और मसूड़ों के अंदर बैक्टीरिया के बढ़ने का कारन बनती है। दांतो के चिकित्सको की सलाहों के अनुसार आपको प्रीतिदिन दो बार ब्रश करना चाहिए प्रति सुबह निंद्रा से जागने के बाद और रत को सोने से पहले। आपको दिन में एकबार कम से कम दाँत साफ करने का धागा का उपयोग करना चाहिए। आपको मसूड़ों को भी अच्छे से साफ करने के लिए सावधानीपूर्वक अपने हाथो से साफ करना चाहिए।
ब्रश करने के बाद अपनी जीभ को अच्छे से साफ करने से आपको पर बनने वाली किसी भी परत को हटाने में सहायता होगी। आप किसी स्क्रैपर का इस्तेमाल कर सकते हैं या अपने टूथब्रश के पीछे के भाग का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप अपने मुंह को एक माउथवाश से भी दिन में भोजन करने के बाद या जितनी बार आप चाहे उतनी बार कुल्ला कर सकते है। यदि आपके पास कोई डेन्चर या कोई दंत उपकरण है, तो उसे भी आपको हर दिन साफ करना चाहिए अन्यथा इनपर हानिकारक बैक्टीरिया जम सकते है और आपको नुकसान पहुंचा सकते है।
शरीर में जल की कमी न होने दे
यदि आपके मुंह में लार की कमी होती है, तो बैक्टीरिया आपके मुंह में दुर्गंध पैदा कर सकते हैं। साथ ही, कई प्रकार के दवा के कारण आपका मुंह में लार की कमी हो सकती है। मुंह के अंदर, बचे हुए भोजन को हटाने और गिलने के लिए लार का स्रावित होना आवश्यक होता है। अन्यथा, ये सांसो में दुर्गन्ध का कारन बनती है।
चाहे कोई भी कारन हो, आपको सदा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। हलाकि कैफीन युक्त पेय और अन्य पेय से कोई सहायता नहीं मिलेगी। यह तरल पदार्थ और पानी के दैनिक सेवन पर कोई सलाह नहीं दी गई है। हलाकि, आपको दिन में कम से कम 2.5 लीटर से चार लीटर तक पानी पीना ही चाहिए। इनमे वह तरल भी सम्मलित है जो आप अपने दैनिक आहार में लेते है
ऐसे भोजन को नजरअंदाज करे जो सांसो में दुर्गन्ध का कारन होते हैं
बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ है जिनसे सांसो में दुर्गन्ध होती है। यदि आप अत्यधिक अदरक या प्याज युक्त भोजन करते है तो आपको सांसो में दुर्गन्ध की समस्या हो सकती है। यदि आपके पास इन सामग्री युक्त भोजन है तो आपको अपने साथ माउथवाश रखना आवश्यक है। यदि आप एक रेस्टोरेंट में भोजन करते है, तो आपको भोजन के बाद माउथ फ्रेशनर लेना चाहिए या माउथवाश से अपना मुंह कुल्ला कर लेना चाहिए।
आपको अपने आहार में कच्ची सब्जिया और फलो की मात्रा को अवश्य बढ़ाना चाहिए। दोपहर के भोजन के बाद, फलो के सेवन से दांतो में लगे भोजन के अणु दूर हो जाते है। अध्यनो से यह पता चला है कि सब्जिया जैसे गाजर, अजवाइन इत्यादि आपके मुंह से परतो और सांसो कि दुर्गन्ध को दूर कर सकते है। इसके अलावा, दोपहर के भोजन के दौरान बहुत अधिक मिठाई का सेवन न करे क्योंकि इससे अधिक गंध वाले बैक्टीरिया उत्पन हो सकते हैं।
कॉफ़ी का अधिक सेवन भी सांसो में दुर्गन्ध का कारन बन सकते है। कॉफी में सल्फर यौगिकों की मात्रा अधिक होती है जो मुंह में सांसो की दुर्गन्ध का कारन बनती है। यदि आप अपने चाय पीने की अपनी आदत को बदलने का प्रयत्न कर रहे हैं, तो ध्यान में रखे कि कैफीन युक्त पेय आपके मुंह को सूखा कर सकते हैं, जिससे सांसों में दुर्गंध हो सकती है।
बुरी आदतों का त्याग करे
बुरी आदते जैसे धूम्रपान भी मुंह में सांसो की दुर्गन्ध का कारन बन सकते है। कैंसर की और ले जाने के आलावा, धूम्रपान आपके दांतो में दाग और मसूड़ों को नष्ट कर सकता है। और मसूड़ों के नष्ट होने से मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ सकती है। इसीलिए, आपके लिए सबसे अच्छा यह होगा की आप धूम्रपान त्याग दे। इसकी शुरुवात आप निकोटीन युक्त गम से कर सकते है या आप अपने डॉक्टर के साथ इस स्थिति पर चर्चा कर सकते है।
आपको कार्बन युक्त पेय का सेवन भी बंद करना होगा। ये अम्लीय होते है, जो मुंह में सांसो की दुर्गन्ध होने का एक मुख्या कारण है। सांसो की दुर्गन्ध का एक अन्य कारण शराब भी हो सकती है। इसके पीछे का कारण यह है कि आपका शरीर शराब को एक टोक्सिन के रूप में देखता है और इसके अधिकांश हिस्से को एसिटिक एसिड में बदल देता है। लेकिन इसके शेष भाग को पसीने के रूप में स्रावित कर देता है। इसकी गंध को भी पेट से निकल दिया जाता है और शारब की गंध बहुत खरब होती है। ऐसे में किसी से बात करने से पहले आपको कुछ माउथ फ्रेशनर का उपयोग करना चाहिए। सबसे अच्छा विकल्प है की आप सबके साथ शराब का भी त्याग कर दे। आपकी सहायता के लिए आपके शहर में कई नशामुक्ति एजेंसियां उपलब्ध हैं।
एक डॉक्टर के साथ चर्चा करे
सांसो की दुर्गन्ध को दूर करने के लिए आवश्यक सावधानी अपनाना अच्छा है, लेकिन यह एक स्वास्थ्य समस्या के कारण भी हो सकता है। ये मसूड़ों में किसी बीमारी के कारण हो सकता है या आप जो दवाइया ले रहे है उसका दुष्प्रभाव भी हो सकता है। कई गंभीर बीमारियों के कारण भी सांसो में दुर्गन्ध होती है। इनमें से कुछ श्वास संबंधी बीमारियाँ जैसे ब्रोंकाइटिस, मधुमेह या गंभीर साइनस संक्रमण हैं। ये किडनी और लिवर की समस्या के कारण भी हो सकता है। कुछ चयापचय संबंधी समस्या और कुछ कैंसर के कारण भी सांसो में दुर्गंध पैदा हो सकती हैं। पेट में एसिड के रिफ्लक्स के कारण भी सांसो में बदबू उत्पन्न हो सकती है।
यदि आप दांतो में अच्छे से स्वच्छता का ध्यान रखते है, लेकिन फिर भी आपकी सांसो में दुर्गन्ध की समस्या है तो यह समय है कि आप अपने डॉक्टर से चर्चा करे। यदि डेंटिस्ट को भी ऐसा ही लगता है, तो वह आपको एक अच्छे विशेषज्ञ के पास भेज देगा।
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एक अच्छे टूथपेस्ट का उपयोग करें
हम आशा करते हैं कि आपने पूरे अनुच्छेद को पढ़ा होगा और आप इन घरेलू उपचारों को अवश्य आजमाएंगे। इन सभी उपायों का परीक्षण किया गया है और पहले से ही कई लोगों द्वारा उनकी खराब सांस की समस्या को ठीक करने के लिए उपयोग किया गया है। इसके अलावा एक अच्छा टूथपेस्ट का उपयोग करें और अपने दांतों को कम से कम दो बार ब्रश करें।