बाली में घूमने की ऐसी 10 जगहें जो है बेहद सुंदर और दुनिया से पूरी तरह से अलग  है। तो आज ही विजिट करें यहां । साथ में बाली में घूमने के कुछ टिप्स (2019)

बाली में घूमने की ऐसी 10 जगहें जो है बेहद सुंदर और दुनिया से पूरी तरह से अलग है। तो आज ही विजिट करें यहां । साथ में बाली में घूमने के कुछ टिप्स (2019)

अगर आप भी घूमने के शौकीन है और बाली जाने का प्लान बना रहे हैं तो बाली की इन 10 सुंदर और खास जगहों पर जरूर जाए । यकीन मानिए आपकी विजिट बेहद मजेदार रहेगी और खासकर अगर आप पार्टी के शौकीन है तो यह जगह आपके लिए स्वर्ग साबित हो सकती है । साथ में हमने आपको कई महत्वपूर्ण बातें भी बताई है जो आपके बेहद काम आएगी । अधिक जानने के लिए आगे पढ़े ।

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बाली के बारे में ऐसी कुछ बाते जो आपको बाली जाने से पहले पता होनी चाहिए

बाली इंडोनेशिया के द्वीप समूह में सबसे लोकप्रिय द्वीप में से एक है। बाली द्वीप जावा द्वीप कि पूर्व में 3.2 किलोमीटर की दूरी पर है । यह कुछ द्वीपों जैसे जावा, लेसर सुंडा द्वीप, नुसा फरीदा से घिरा हुआ है। बाली इंडोनेशिया का एक मात्र वह द्वीप है जिसमें अधिकतर हिंदू (लगभग 90%) रहते हैं। उस लोगों को बाली हिंदुओं के नाम से जाना जाता है। इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग की काफी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी है (लगभग 80%)। उसमें बाली अकेले की ही लगभग 40 % जितनी हिस्सेदारी है। बाली के समुद्र जीव में भी काफी विविधता दिखाई देती हैं। खास करके मछली और कछुओ में। यहां पर 500 से भी अधिक प्रवाल प्रजातियां पाई जाती हैं। बाली गोताखोर और समुद्र प्रेमी के लिए भी काफी लोकप्रिय रहा है।

आप देख सकोगे की बाल की संस्कृति पर भारतीय संस्कृति और खास करके हिंदू संस्कृति का काफी प्रभाव है। इसके अलावा यहां चीनी और बौद्ध संस्कृति भी पाई जाती है। बाली लगभग 5636 किलोमीटर विस्तार में फैला हुआ है। यह प्रशांत और हिंद महासागर से घिरा हुआ है। बाली की आबादी लगभग 4.5 मिलियन है। बाली की मुद्रा इंडोनेशियाई रुपियाह है और यह वर्तमान में 0.000071 यूएसडी के करीब चल रही है। भारतीय पासपोर्ट धारकों को इंडोनेशिया में 30 दिनों तक रहने के लिए मुफ्त में वीज़ा भी मिल जाता है।

बाली जाने के लिए सबसे सही समय

बाली भूमध्य रेखा के सिर्फ 8 डिग्री दक्षिण की तरफ आया हुआ है। इसलिए पूरे साल यहां का तापमान गर्म और उष्णकटिबंधीय रहता है। यहां पर सुखी और बरसात की ऐसी दो मुख्य मौसम होती हैं। बाली की सबसे व्यस्त महीने जुलाई और अगस्त के महीने है। यह छुट्टियों के दिन होते हैं और ज्यादातर होटल और रेस्टोरेंट पर्यटकों से हरी भरी रहती है। अगर आप बाली जाने की योजना बना रहे हैं तो हम आपको सुझाव देंगे कि आप अप्रैल, में, जून और सितंबर के महीने में जाए।

इन दिनों आपको होटल और रेस्टोरेंट में भी 30 से 50 % तक का डिस्काउंट मिल जाएगा और आपको दुकानों में भी यह समय काफी अच्छा डिस्काउंट मिलता है। इसके अलावा बीच पर भी काफी कम हलचल रहती हैं।कम हलचल होने के कारण जब आप स्कूबा डाइविंग के लिए जाते हो तो आप को पानी भी काफी स्पष्ट दिखाई देगा। इसके अलावा कम भीड़ होने की वजह से आप कम समय में काफी जगह की मुलाकात ले सकते हो। आपको कोई जगह की मुलाकात करने के लिए कतार में भी अधिक समय तक खड़े नहीं रहना होगा। इन दिनों हवाई जहाज की टिकट के भी कम कीमत होती हैं। इस तरह से आप पैसों की भी बचत कर लोंगे।

बाली में जाकर आपको कौन सी चीजे करनी चाहिए और कौनसी चीजे नहीं करनी चाहिए

बाली में ये सब चीजे ना करे।

  • बाली में आपको ड्रग्स की अनुमति नहीं है। इसलिए कोई भी हालत में आपको ड्रग्स नहीं ही लेनी चाहिए। वरना आपको इस के लिए कारावास की सजा भी हो सकती हैं। जो आपकी छुट्टियों को पूरी तरह बिगाड़ देगा। इसके अलावा कुछ जगहों पर 2011 से धूम्रपान कि भी मनाई है। मंदिर में प्रवेश करते समय, आपको सारोंग और सैश पहनना चाहिए, जो आपको मंदिर के प्रवेश द्वार पर मिलेगा; साथ ही किसी भी हिंदू मंदिर में प्रवेश करते समय जूते नहीं पहनने चाइए और अपने कंधों को ढंकना भी न भूलें। ये सब यहां की संस्कृति माना जाता है। यहां पर स्विमिंग सूट सिर्फ समुद्र तट तक ही सीमित है। यहां पर किसी भी व्यक्ति या बच्चे के सिर पर छूने से बचे क्योंकि माना जाता है कि कोई भी व्यक्ति या बच्चे की आत्मा उनके सिर में रहती है। इसलिए इसे काफी पवित्र माना जाता है। वैसे तो यहां के लोगों को बातें करना अच्छा लगता है लेकिन फिर भी आप यहां के धार्मिक या राजनीतिक विषय पर इन लोगों से बातें ना करें तो ही अच्छा रहेगा। जब आपको यहां के स्थानीय विक्रेता अपनी वस्तु को बेचने के लिए रास्ते में रोके तब आप उन पर गुस्सा होने की बजाय प्यार से उनको मना करें और कहें कि आपको यह वस्तु अभी नहीं चाहिए।


बाली में आप इन चीजों का आनंद ले सकते हैं।

  • बाली में आपको खरीदारी करने के लिए, खाने पीने के लिए और आराम करने के लिए कई सारी जगह मिल जाएंगे। लेकिन हमेशा ही आप जो कुछ भी खा पी रहे हैं या फिर कोई खरीदारी कर रहे हैं तो पहले उन सभी वस्तुओं की गुणवत्ता की जांच करले। कोई भी बॉटल से पानी पीने से पहले यह जांच करले की बोतल बंद है या नहीं। कोई सड़क के किनारे बैठे हुए विक्रेताओं की जगह अच्छी सी दुकान से ही खरीदारी करें। क्योंकि दुकानों में मिल रही वस्तुओं की गुणवत्ता स्थानीय विक्रेताओं से मिल रही वस्तुओं की तुलना में काफी अच्छी होती है। भले ही इनकी कीमत थोड़ी अधिक हो। यहां पर कोई भी वस्तु की खरीदारी करने से पहले उन वस्तुओं की कीमत पर सौदेबाजी करना भी ना भूले। क्योंकि यहां के विक्रेता कोई भी वस्तु के अधिक दाम ही लगाते हैं और फिर बाद में उसे कम करते हैं। आप टैक्सी की जगह मोटर बाइक किराए पर ले। इससे आप ट्राफिक की समस्या से भी बचेंगे और आप द्वीप का दृश्य और भी अच्छी तरह से देख सकेंगे। बाली अपने ताजा फलों के लिए भी जाना जाता है इसलिए जब आप बाली की यात्रा कर रहे हो तब यहां के फल का स्वाद लेना भी ना भूले। जो आपको काफी उर्जवान भी रखेंगे।

बाली में 10 सबसे अच्छी जगह

बाली द्वीप में घूमने के लिए कई सारी जगह है। यहां के प्रसिद्ध मंदिर, एनिमल पार्क, एडवेंचर पार्क, समुद्र तट या पहाड़; इस शानदार जगह में कृत्रिम और प्राकृतिक सौंदर्य दोनों प्रचुर मात्रा में पाए जा सकते हैं। वैसे तो बाली में मुलाकात करने के लिए कई सारी जगह है लेकिन फिर भी हमने यहां पर 10 ऐसी जगह चुनी है। इनकी मुलाकात आपको अवश्य ही करनी ही चाहिए।


माउंट बत्तूर

माउंट बत्तूर बाली के उत्तर-पश्चिमी विस्तार में आया हुआ है और यह 1717 कि ऊंचाई पर है। माउंट बत्तूर एक सक्रिय ज्वालामुखी है जिसमें एक गांव और एक झील भी आया हुआ है। इसके पहाड़ से बहुत ही सुंदर सूर्योदय को देख सकते हो और इसके चढाई को चढ़ने में आपको करीब 2 घंटे लगेंगे। चढाई को चढ़ते समय आप बीच-बीच में थोड़ा सा आराम भी कर ले। हम आपको यह सुझाव देंगे कि आप यहां पर एक गाइड को अपने साथ रखें। नौ प्रमुख हिंदू मंदिरों में से एक, पुरा उलुन दानू बत्तूर भी यही आया हुआ है और यह पर्यटकों का मुख्य आकर्षण है। हालांकि दिलचस्प बात ये है कि ये ज्वालामुखी कई बार सक्रिय हो जाता है और माउंट बत्तूर के आसपास का सारा विस्तार ज्वालामुखी के लावा से भरा पड़ा है। जो इस बात का जीता जागता सबूत है।

पुरा बैसाकी मंदिर

पूरा बैसाखी मंदिर बालिका सबसे ऊंचा पर्वत, गुनुंग अगुंग पर आया हुआ है। इसे नौ मंदिरों में से सबसे महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता है। अलग अलग द्वीप पर आए इन नौ मंदिरों के समूह को कायांगन जगत के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर का नाम ड्रैगन भगवान के नाम पर से रखा गया है। और लोक कथा के अनुसार वे गुनुंग अगुंग का पर्वत पर रहते हैं। इस मंदिर को मधर टेंपल के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर को 2000 साल से हिंदू तीर्थ स्थान माना जाता है और इस मंदिर का एक अलग ही आध्यात्मिक महत्व है । हिंदू त्रिमूर्ति को समर्पित इन तीन मंदिरों की मुलाकात जरूर करें: पुरा किलालिंग क्रेटग (ब्रह्मा को समर्पित, निर्माता), पुरा बट्टू मेडग (विष्णु, राष्ट्रपति) को समर्पित और पुरा पेनाटरन अगुंग (शिव, संहारक को समर्पित)।


उबुद

उबुड की मुलाकात किए बिना आप की बाली की यात्रा अधूरी रह जाएंगी। यहां पर आईलैंड के कई सारे संग्रहालय आए हुए हैं। यह जगह प्राकृतिक सौंदर्य से भरी हुई है। यह पहाड़ों की तलहटी में आया हुआ है। इसके नजदीक में पुरा गुनुंग कावी, ये पुरा, शुद्ध केहन, तीर्थ एम्पुल जैसे धार्मिक स्थल आए हुए हैं। यदि आपको संग्रहालय देखना पसंद करते हैं तो फिर नाका कला संग्रहालय, ब्लैंको पुनर्जागरण संग्रहालय, संग्रहालय पुरी लुकिसान, संग्रहालय रुडाना और अगुंग राय संग्रहालय जैसे स्थानों पर आपको अवश्य जाना चाहिए।


नुसा आइलैंड

नुशा द्वीप तीन द्वीप का समूह है। यह बाली के दक्षिणी पूर्वी विस्तार में आया हुआ है। अगर आप कोई ऐसी जगह जाना चाहते चाहते हो जहां पर कम भीड़ है तब आपको एसी जगह की मुलाकात अवश्य करनी चाहिए। आपको ये पूरे द्वीप पर घूमने के लिए सिर्फ 3 से 4 घंटे ही चाहिए। इस जगह के समुद्री जीवन में भी काफी विविधता है। अगर आपको स्कूबा डाइविंग पसंद है तब आपको यह जगह बहुत ही पसंद आने वाली है। यहां पर द्वीप पर घूमने के लिए आप साइकिल भी किराए पर ले सकते हो। मशरूम बीच, सनसेट बीच, जंगट बीच और ड्रीम बीच जैसे आप इस इस बीच पर भी नरम समुद्र तट पर बैठकर आराम कर सकते है।


सिडमिन घाटी

उदुन से सिडमिन घाटी पहुंचने के लिए आपको डेढ़ घंटे के करीब समय लगेगा। ये एक हरा-भरा ग्रामीण विस्तार है। यहां पर आप इस जगह की हरियाली और शांति का आनंद ले सकते हो। यह जगह शराब बनाने के लिए जानी जाती हैं। इसलिए यदि आपको भी शराब पसंद है तब आपको इस जगह की मुलाकात अवश्य करनी ही चाहिए। यहां पर आप बाइक की सवारी का भी आनंद ले सकते हो। यहां का स्थानिक भोजन भी काफी स्वादिष्ट होता है। यहां के स्थानीय बुनकरों द्वारा काफी रंगीन दीजाईन में बनी बुन की चीजे भी काफी लोकप्रिय हैं।

कुटा बीच

कुटा बीच बाली के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल में से एक माना जाता है और ये जगह हमेशा ही पर्यटकों का विशेष आकर्षण रह चुकी है। कुटा बीच पर आपको किराए पर सर्फ़बोर्ड, बूगी बोर्ड, छतरियां और सन ग्लास भी मिल जाएंगे। कुटा बीच के समुद्र तट पर आप आराम से बैठकर नारियल पानी और समुद्र की लहरें का आनंद ले सकते हैं। इससे आपकी पूरे दिन की थकान भी दूर हो जाएंंगिI कुटा बीच के शानदार बार और पब में जाकर आप पार्टी का भी आनंद ले सकते हो।  इसलिए जो लोगों को बार और पब में जाकर पार्टी करना अच्छा लगता है उन्हें यह कुत्ता बीच बहुत ही पसंद आने वाला है और उन्हें तो इस कुटा बीच की मुलाकात अवश्य ही करनी चाहिए।

पुरा उलुन दानु बरतन

ये ब्रेटन झील के पास आया हुआ है। यहां पर सत्रहवीं शताब्दी का मंदिर है। मंदिर की पृष्ठभूमि में माउंट गुनुंग ब्राटन झील है। इस झील में मंदिर का प्रतिबिंब बनता है जो एक बहुत ही अच्छा दृश्य बनाता है। यहां पर आप नौका विहार, पैरासेलिंग, जेट स्कीइंग का भी आनंद ले सकते हैं। इस जगह के आसपास आए हुए पहाड़ यहां की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाते है। आप इन पहाड़ पर ट्रैकिंग का आनंद भी ले सकते हो। यहां पर आए हुए झील और गर्म पानी के झील आपके मन को एक अद्भुत सुखद स्पर्श देता है।


पुरा तनाह लोट

पुरा तनाह लोट एक समुद्र-किनारे आया हुआ मंदिर है। इसका निर्माण समुद्र की चट्टानों पर किया गया है। यह मंदिर को सोलवीं सदी में बनाया गया था। इस मंदिर का निर्माण समुद्र की चट्टानों पर समुद्र के देवताओं का सम्मान करने के लिए किया गया है। यह मंदिर पर आपको हिंदू और बाली दोनों की संस्कृति की नक्काशी मिलेंगी। मंदिर तक जाने वाले रास्ते पर आपको कई विक्रेताओं स्मारक बेचते हुए दिखाई देंगे। यहां पर एक रेस्टोरेंट भी आया हुआ है जिसमें आपस्थानीय व्यंजनों का आनंद भी ले सकते हो।


उलुवातु मंदिर

उलुवातु मंदिर द्वीप के सबसे लोकप्रिय मंदिर में से एक हैं। जो दक्षिण-पश्चिमी विस्तार में बुकित प्रायद्वीप पर आया हुआ है। उल्लू यानी की भूमिका किनारा और वातु यानी की चट्टान। इसीलिए इस मंदिर का नाम उलूवातू रखा गया है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 10 वीं सदी में किया गया है। कहा जाता है कि यह मंदिर द्वीप को बुरी शक्तियों से बचाता है। इस मंदिर में केवल हिंदू उपासकों को ही प्रवेश मिलता है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता किसी को भी आकर्षित करती हैं। यहां का केक डांस प्रदर्शन भी काफी लोकप्रिय हैं।


पाकुड़ई गाँव

उबुद के नज़दीक में ही पाकुड़ई गाँव आया हुआ है। यहां पर चावल की खेती होती है जिसमें पारंपरिक सिंचाई पद्धति का इस्तेमाल होता है। यह जगह अपने शिल्प और हस्त निर्मित वस्तुओं के लिए काफी लोकप्रिय है। यहां से आप कुछ सुंदर तस्वीरें और स्मारक खरीद सकते हो। इस जगह की मुलाकात करने के लिए सबसे सही समय गर्मियों के दिन होगे।  क्योंकि इन दिनों चावल के खेत काफी हरे भरे होते हैं। और आप यहां की शीतल पवन की लहरे का आनंद भी ले सकते हो।

बोनस टिप

सेमिनायक में खरीदारी और पार्टी करना न भूलें, जिन लोगों को पार्टी करना पसंद है उन्हें ये जगह बेशक ही पसंद आने वाली है।

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ये स्थान अद्वितीय हैं

हमें यकीन है कि आपने यह अनुच्छेद बेहद दिलचस्पी से पढ़ा होगा और पूरा पढ़ा होगा । हम आशा करते हैं कि आप हमारे द्वारा बताई गई इन जगहों पर जरूर विजिट करेंगे । यह जगह ऐसी है, जो पूरी दुनिया में कहीं पर भी नहीं है । यह दुनिया से एकदम अलग है इसीलिए इनका नाम इस सूची में है। इसलिए जितनी जल्दी हो सके अपने टिकट बुक करें और यहां जाएं।