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जून की भीषण गर्मी से निजात पाने के लिए कहाँ जाये?

जून के महीने में सूरज की गर्मी अपनी चरम सिमा पर होती है और कड़कड़ाती धूप से लोगो का हाल बेहाल रहता है। चाहे कितना ही ठंडा पानी पिले या कितना भी एसी में बैठले कोई फर्क नहीं पड़ता। पर शुक्र है गर्मियों की छुट्टियों का। जिनके कारण आपको ट्रैवेलिंग का सुनहरा अवसर मिल जाता है। पर इस समय में आपको मोस्टली प्लेसेस गर्म मिलते है। यदि आप बीच वाली जगह घूमने की प्लानिंग बना रहे तो वहां मौसम में नमी की उम्मीद करे।

रेगिस्तान वाले जगह जैसे राजस्थान और गुजरात अवॉयड ही करे। क्योंकि वहां आपको इतनी गर्मी मिलेगी कि आपके लिए घूमना काफी अनकम्फ़र्टेबल हो जायेगा। इसके आलावा गर्मी से राहत दिलाने में हिलस्टेशन का तो कोई जवाब नहीं। वातावरण की बात हो या पर्यटन स्थल की हिल स्टेशन का कोई दूर दूर तक सानी नहीं है। हिमालय के निकट होने के वजह से उत्तरी हिस्से जून में ट्रेवल करने के पर्पज से सबसे अनुकूल है। जून के महीने में आपको चारो तरफ हरियाली और सुंदर झरने देखने को मिलेंगे।

जहाँ पानी है वहां मस्ती भी है! ३ ऎसी जगह जहाँ आप जा सकते हैं

ऋषिकेश में वाइट वाटर रिवर राफ्टिंग का लुत्फ़ उठाये

भारत में जून के महीने में आपको बहुत सी अमेजिंग चीज़े करने का अवसर मिलता है। ऋषिकेश ऐसी ही एक जगह है। यह एक हिल स्टेशन है और यहां बहुत सारी अलग-अलग साहसिक गतिविधियों होने के कारण यह युवाओ का फेवरेट वेकेशन स्पॉट बन चूका है। जून महीना इस जगह की यात्रा करने के लिए एक बढ़िया समय है क्योंकि जुलाई और अगस्त में पूर्ण विकसित मॉनसून आने के वजह से बहुत सी एडवेंचर एक्टिविटी को बंद कर दिया जाता है।

ऋषिकेश में सबसे प्रसिद्ध गतिविधि व्हाइट वाटर रिवर राफ्टिंग है। सुंदर नजारा और पानी का करंट किसी भी एक्टिविटी को परफॉर्म करने के लिहाज से एकदम परफेक्ट रहता है। प्रशिक्षित पेशेवर आपको राफ्टिंग के दौरान मदद करने के लिए मौजूद रहते हैं। एडवेंचर कंपनियां पेशेवर उपकरण भी प्रदान करती हैं। अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश की यात्रा की योजना बनाएं और ऐसी एड्रेनालाईन संचालित गतिविधियों का मजा ले । पर ध्यान रहे गंगा की पवित्रता को बरकरार रखे और उसमे कूड़ा न फेके।

गोवा में दूधसागर झरने की सुंदरता के साक्षी बने

Source goatoursplanner.com

गोवा-कर्नाटक बॉर्डर से निकलने वाली मांडवी नदी पर स्थित दूधसागर झरना इकलौता ऐसा झरना है जो दो राज्यों की सिमा के बीच में पड़ता है। यह पूरे भारत का पांचवा और गोवा का पहला सबसे बड़ा जलप्रपात है। दुध्या रंग के पानी की वजह से इसे " सी ऑफ़ मिल्क " के नाम से भी जाना जाता है। इस विशाल वाटरफॉल की उचाई 310 मीटर और चौड़ाई 30 मीटर के करीब है। यह झरना गोवा की राजधानी पणजी से 60 किमी की दूरी पर है।

यहां ट्रेन द्वारा पहुँचा जा सकता है। यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन कैसल रॉक रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन पर उतरने के बाद, आपको फॉल्स तक पहुंचने के लिए ट्रेक करना होगा। आपको 20 मीटर गहरी सुरंग मिलेगी जो ट्रेक को थोड़ा मुश्किल पर मजेदार बना देती है।

पूरी यात्रा अडवेंचर से भरपूर है। अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो इस जगह पर जाने से बचें। भोजन और पानी साथ लेकर चलें, क्योंकि आसपास कुछ भी उपलब्ध नहीं है। इस जगह पर जून में जाना सबसे सही रहता है क्योंकि गोवा में जून में बारिश शुरू हो जाती है ।

पानी अधिक मात्रा में होने के कारण मानसून के महीनों में झरना शानदार लगता है । झमझमाती बूंदो के बीच ट्रेकिंग करने और वाटरफॉल घूमने का अपना अलग आनंद है। यहां एक जीप ट्रेल भी है जो कुलेम से शुरू होती है। यह फॉल्स तक पहुंचने के लिए एक और रास्ता है। यहां "दूधसागर बाबा " और "शांतदुर्गा देवी " के नाम पर दो अति सुंदर मंदिर भी बनाये गए है।

सपूतरा, गुजरात-महाराष्ट्र में मानसून उत्सव का आनंद ले

सतपुडा एक हिल स्टेशन है जो दो राज्य गुजरात और महाराष्ट्र के बीच विभाजित है। जून इस जगह की यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है क्योंकि आपको इस दौरान बारिश, हरियाली और झरने देखने को मिलते है ।

सतपुड़ा में हर साल गुजरात पर्यटन द्वारा मानसून उत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमे विशेष तौर पर सैलानियों के करने के लिए ढेरो एक्टिविटी रखी जाती है। घूमने फिरने के शौकीनो के लिए यह एकदम परफेक्ट प्लेस है। मानसून उत्सव में धीमी धीमी रिमझिम बारिश की बूंदो के बिच आप सहासिक गतिविधियां ,प्रदर्शनी ,सांस्कृतिक कार्यक्रम ,भोजन उत्सव ,खेल,प्रतियोगिताओ,पारंपरिक नृत्य और गायन प्रदर्शन का आनंद उठा सकते है। इसके आलावा आप बोट रेस का अमेजिंग एक्सपीरियंस ले सकते है।

त्योहार में विभिन्न राज्यों के बहुत सारे सैनिक प्रदर्शन भी करते हैं। सतपुडा बहुत सारे जंगलों से घिरा हुआ है। इसलिए बेहतर होगा कि आप स्थानीय गाइड के साथ आसपास के क्षेत्रों में ट्रेक करे । यहाँ बोटिंग और वॉटर ज़ॉर्बिंग भी एक गतिविधि के रूप में उपलब्ध है।

गर्मी से राहत दिलाती, ऊंचाइयों पर खूबसूरत जगह

लदाख, जम्मू एंड कश्मीर

अगर आप एक शांतिप्रिय इंसान है तो आपको जम्मू कश्मीर का लदाख हिल स्टेशन बेहद पसंद आने वाला है। लद्दाख को " लैंड ऑफ़ हाई पासेज " के नाम से जाना जाता है। काराकोरम रेंज पर स्थित यह जगह बर्फ से ढंकी ऊंची चोटियां, रेत के टीले ,चमकती सुबह के साथ घने बादलो ,मनमोहक झीलों ,बंजर घाटियों से भरा है।

अधिकतर लोग लदाख बाई रोड आना प्रेफर करते है क्योंकि ये अपने आप में एक रोचक अनुभव प्रदान करता है। आप दिल्ली से लदाख बाइक या खुली हवादार जीप में आ सकते है। यह प्लेस बहुत ऊँचाई पर स्थित है इसलिए जून में घूमने के लिए एक आदर्श स्थान है।

यदि आप शहरो में रहते है तो यकीनन जून के महीने में आप गर्मी से निजात पाने हेतु इस खूबसूरत हिल स्टेशन का रुख कर सकते है। कुदरत ने तो यहाँ अपना भरपूर सौंदर्य लुटाया ही है साथ ही यहाँ की धार्मिक विरासत और संस्कृति भी इसे पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनाती है। यहां आने के बाद आपको पक्का इस जगह से प्यार हो जायेगा और आप चाहेंगे की बस वक्त यही ठहर जाये।

मनाली, हिमाचल प्रदेश

"दुनिया भर के मशहूर पर्यटन स्थल में हिमाचल प्रदेश अपनी अलग पहचान बनाये हुए है। उसी का एक खूबसूरत शहर है मनाली। यहाँ पर इतने गज़ब प्राकृतिक दृश्य है कि देखने वालो के मुँह खुले के खुले रह जाते है। आज की इस मॉडर्न दुनिया में जहां लोग गैजेट्स के ऊपर निर्भर है वही मनाली के लोग सादगी का अद्भुत उदाहरण पेश करते है। कहा जाता है कि मनाली की गर्गलिंग बीस रिवर का पानी इस कदर स्वच्छ होता है कि आप उसको डायरेक्टली पी सकते है।

इसके अलावा यहां मंदिर, मठ और हॉट वाटर स्ट्रीम्स हैं। मनाली एक ऐसी जगह है जहाँ पैदल यात्रा की जा सकती है क्योंकि हर लेन में कुछ न कुछ देखने योग्य होता है। आपको छोटी -छोटी गलियों में प्यारे-प्यारे कैफे और बेकरी देखने को मिलते हैं।

इसके अलावा, मनाली में ताजे मौसमी फलों का स्वाद लेना न भूलें। यह हिल स्टेशन आपको अपनी रात्रि टेंट में गुजारने का मौका भी देता है जिसमे बैठकर आप आसमान के तारो को निहार सकते है। और यहां जिप लाइन, रैपलिंग और रिवर राफ्टिंग जैसी कई साहसिक गतिविधियाँ भी उपलब्ध हैं।"

औली, उत्तराखंड

औली उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में स्थित एक बहुत खूबसूरत पर्यटन स्थल है जो पूरी दुनिया में अपने आधुनिक स्कीईंग के लिए विख्यात है। यहां आप अल्पाइन स्कीईंग ,नार्डिक स्कीईंग तथा टेलीमार्क स्कीईंग का लुत्फ़ उठा सकते है। औली समुन्द्रितल से लगभग 2900 मीटर. की ऊचाई पर है। यह जगह पुरे साल बर्फ की चादर से ढकी रहती है।

आप यहां से नंदा देवी ,मना कामेट,हाथी गौरी पर्वत ,नीलकंठ और ऐरावत पर्वत को भी निहार सकते है। कहा जाता है कि औली से सूरज उगता हुआ देखना बहुत ही मनमोहक लगता है जो आपको कतई मिस नहीं करना चाहिए। औली की खासियत है यहां का गोंडोला रोपवे जो एशिया का सबसे लम्बा रोपवे है। इसकी दुरी 4 किमी है। स्कीईंग का भरपूर मजा लेने के लिए अपने साथ बूट्स ले जाना न भूले।

औली में कुछ प्रशिक्षित स्की प्रशिक्षक हैं जो स्कीइंग करते समय आपका मार्गदर्शन करते हैं। यहां तक कि जिन लोगो ने आजतक स्कीईंग नहीं की है वे भी यहां स्कीईंग करना सीख सकते हैं । और हाँ बर्फ में अपने जूते को फ्लॉन्ट करना न भूलें।

कूर्ग, कर्नाटक

कूर्ग भी एक हिल स्टेशन है जो भारत के दक्षिणी भाग में स्थित है। यह कर्नाटक में पडता है और यहां बैंगलोर व मैसूर से सड़क के माध्यम से पहुँचा जा सकता है। वहाँ बहुत सारे कॉफी प्लांटेशन एस्टेट्स होने के वजह से कूर्ग का अपना एक अलग आकर्षण है ।

आप नियमित होटल को छोड़कर कॉफी एस्टेट में रहने का विकल्प भी चुन सकते हैं। बहुत सारे मार्गदर्शक आपको कॉफी बागान के खेतों की सैर भी कराते हैं और आपको ताज़ी कॉफी परोसते हैं।इसके आलावा भी यहाँ देखने के लिए बहुत कुछ है।

कुर्ग की पहाड़ियों में एक लंबी ड्राइव के लिए जाना एक शानदार आईडिया है। इसमें एक हाथी शिविर भी है जहाँ आप हाथियों के साथ खेल सकते हैं और उन्हें खाना भी खिला सकते हैं। इसके अलावा, एक वनस्पति उद्यान है जो आपको जंगल बुक की कहानियों की याद दिला देगा। इस जगह जाना न भूले !

कूर्ग शुरुआती और मध्यवर्ती के लिए कई अलग-अलग प्रकार के ट्रेक प्रदान करता है। बहुत सारी ट्रैवल कंपनियां ट्रेक और स्टार गेजिंग गतिविधियों का आयोजन करती हैं। वहां पहुंचने के बाद आप उनसे संपर्क कर सकते हैं।

बच्चों के साथ घूमने की जगह

गैंगटॉक, सिक्किम

सिक्किम की राजधानी गैंगटॉक हिमालय की गोद में स्थित है। यह भारत के पूर्वी हिस्से में पड़ता है। गैंगटॉक को कश्मीर के बाद धरती का दूसरा स्वर्ग कहा गया है | इसकी ऊंचाई समुन्द्रितल से लगभग 1800 मीटर है। गंगटोक में पॉइंट टूर फेमस है जैसे दस, सात या फिर तीन। गैंगटॉक के लोगो को फूलो से विशेष लगाव है इसलिए यहां मनमोहक फूलो की प्रदर्शनी की जाती है। यहां कई बौद्ध मठ है और एक गणेश जी का मंदिर है जिसे गणेश टोक कहते है। गैंगटॉक में पहाड़ की ऊंची चोटियों पर होटल बनाये गए है जहां से आप सुंदर झीले और झरनो को टकटकी लगाए देख सकते है।

यहां बहुत सारी मजेदार गतिविधियाँ हैं जो आप अपने बच्चों के साथ कर सकते हैं। इसमें डबल रोपवे ज़िग बैक राइड है जो एक साथ 24 यात्रियों को ले जाने की क्षमता रखती है। बच्चों को इस केबल कार की सवारी बहुत पसंद आएगी। गंगटोक याक सफारी भी प्रदान करता है जो आपके बच्चों और आपके लिए एक नया अनुभव होगा।

यह पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग और रिवर राफ्टिंग जैसी रोमांचक गतिविधियाँ भी ऑफर करता है। यदि आपके बच्चे थोड़े बड़े हैं, तो वे इसमें भाग ले सकते हैं। गंगटोक को ताशी दृश्य बिंदु पर सूर्यास्त के लिए भी जाना जाता है। इसके आलावा आप हनुमान टोक विजिट करके गैंगटॉक के रोचक इतिहास से भी रु-ब-रु हो सकते है।

मसूरी, उत्तराखंड

मसूरी को 'पहाड़ो की रानी' अद्भुत ख़िताब दिया गया है। मसूरी भारत के उत्तराखंड राज्य में पड़ता है। यह जगह काम के तनाव को कम करने और आराम फरमाने के लिहाज से एकदम सही है। यहां मन को तरोताजा कर देने वाली ठंडी हवाएं यादगार बनकर हमारी यादो में हमेशा के लिए बस जाती है। मसूरी पहाड़ियों और पेड़ो से घिरा हुआ है। जून के महीने में मौसम शानदार रहता है और इसलिए, बच्चों के साथ घूमने के लिए यह एक शानदार जगह है।

मसूरी में मनमुग्ध कर देने वाले कई खूबसूरत दृश्य हैं। आप अपने पति के कंधे पर सिर रखकर और हाथो में हाथो डालकर पहाड़ी रास्तों पर सारी दुनिया को पीछे छोड़ते हुए हौले-हौले चलने की उम्मीद कर सकती हैं। दूसरी ओर, आपके बच्चे ताजा और शुद्ध वातावरण में कुछ बाहरी खेल खेल सकते है।

यहां कुछ बढ़िया बाज़ार जैसे लंढौर बाज़ार और चार डकान हैं जो कुछ अच्छे स्थानीय स्मृति चिन्ह प्रदान करते हैं। मसूरी एक केबल कार की सवारी भी देता है जो जिसका आपके बच्चे वास्तव में आनंद लेंगे। हमारी माने तो इस यात्रा की योजना परिवारों के साथ मिलकर बनाएं ताकि आप सब साथ मिलकर एन्जॉय कर सके।

रणथम्बोर राष्ट्रीय पार्क, राजस्थान

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान में स्थित है। चूंकि यह क्षेत्र घने पेड़ों से भरा हुआ है, इसलिए जून में यहां का मौसम सुहावना रहता है। बच्चों को तो यहां खूब मजा आने वाला है क्योंकि यह राष्ट्रीय उद्यान मुख्य रूप से बाघों के लिए चर्चित है।

आपको यहां बाघ अपने प्राकृतिक आवास में सामान्य रूप से घूमते नजर आ जायेंगे। उन्हें साक्षात ऐसे देखना निश्चित रूप से आपके बच्चों को खुशी और रोमांचकारी अनुभव देगा।

हालांकि जून के महीने में मौसम गर्म रहता है इसलिए बाघों को आसानी से निहारा जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे आम तौर पर पानी पीने के लिए अपने छिपने के स्थानों से बाहर आते हैं। इस प्रकार, जून यात्रा के लिए उपयुक्त समय है। राष्ट्रीय उद्यान में हिरणों, नीलगायों, भालू, लंगूर, दलदली मगरमच्छ और पक्षियों की 500 विभिन्न प्रजातियों का घर भी है।

पार्टनर के साथ घूमने के लिए रोमांटिक जगह

गोवा

गोवा का नाम आते ही आपके जहन में तुरंत बीच और सन बाथिंग के दृश्य आते है। क्योकि अधिकतर लोग गोवा को एक बिच वाले मनमोहक राज्य की तरह देखते है। कुछ बीचे भीड़-भाड़ वाली हैं जबकि कुछ शांत और निर्मल हैं और सच भी है कि गोवा विश्वभर में इन्ही चीज़ो के लिए जाना जाता है पर इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि यहां पर ओर भी कई घूमने लायक जगह और करने लायक गतिविधियां है । जैसे एडवेंचर स्पोर्ट्स ,मूनलाइट केयाकिंग,कैरावैन टूर्स,हैलिकॉप्टर राइड आदि। इसके आलावा आप यहां क्रूज की सवारी करते हुए नाच गाना एन्जॉय कर सकते है।

पार्टनर के साथ घूमने के लिए तो गोवा परफेक्ट रोमांटिक स्पॉट है। जहां आप दोनों क़्वालिटी टाइम बिता सकते है । हम आपको यह भी बता दे कि बहुत से लोग का मन्ना हैं कि नमी की वजह से जून की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय नहीं है। हालाँकि, इस दौरान गोवा में भीड़ कम होती है। इसके अलावा, आप समुद्र तट पर बैठकर कभी-कभार बारिश की फुहार के मजे भी ले सकते हैं जो पल को बहुत हसीन बना देता है । इसके अलावा, गोवा में कुछ स्थान बंद हैं, लेकिन कई खुले भी हैं।

इसके अलावा, यह गोवा में ऑफ सीजन है और इस प्रकार, आप काफी बजट में अच्छे होटल के कमरे प्राप्त कर सकते हैं। आप फिल्मो की तरह बियर की घूंट भरते हुए समुद्र तट पर अपने प्रेमी के साथ हाथ में हाथ डालकर चलने की उम्मीद कर सकते हैं। गोवा कुछ अद्भुत युगल स्पा विकल्प भी प्रदान करता है जो आपको आराम करने और अपने मन को शांत करने में मदद करेंगे।

अंडमान एंड निकोबार आइलैंड

अंडमान एंड निकोबार इलैण्ड की सबसे बड़ी खासियत है कि यहां साल में बारह महीने तापमान लगभग एक समान रहता है जिससे मौसम सुहावना बना रहता है। इसलिए आप कभी भी यहां घूमने जाने का मन बना सकता है। भारत में होते हुए भी आपको यहां जाकर ऐसा लगेगा कि मनो आप विदेश में है। यहां की डाइवर्स वाइल्डलाइफ और वाटर स्पोर्ट्स आपको अपना दीवाना बना लेंगे।

इसका अपना समृद्ध इतिहास और संस्कृति है। प्रकाश और ध्वनि शो, जो कालापानी के इतिहास को चित्रित करते हैं देखने लायक है। यह स्थान बेहद रोमांटिक है। आप अपनी लवर के साथ बोटिंग या डाइविंग कर सकते हैं।

अगर आप अपने प्रेमी या प्रेमिका को प्रपोज़ करने की योजना बना रहे हैं तो यह भी एक अच्छी जगह है। आप समुद्र तट पर और सितारों के नीचे एक कैंडल लाइट डिनर की योजना बना सकते हैं। चाहे तो आप एक फोटोग्राफर बनकर इन सभी रोमांटिक रोमांटिक मोमेंट्स को क्लिक कर सकते हैं।

लक्षाद्वीप

32 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफ़ल के साथ देश का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप समुंद्री तट से करीब 200 से 300 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह अरब सागर के बीच बसा एक भव्य द्वीप है। लक्षद्वीप 36 एटोल और कोरल रीफ्स का एक द्वीपसमूह है। यह अपने नीले पानी ,गजब के समुंद्री तट के साथ देश विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है। यहां का मौसम सालभर खुशनुमा और तरोताज़ा बना रहता है।

आप कई द्वीपों में से एक में मछली पकड़ने का आनंद ले सकते हैं जिसे मिनिकोय द्वीप के रूप में जाना जाता है। अगत्ती द्वीप पर लैगून के कुछ लुभावने दृश्य हैं जो इसे सुंदर बनाते हैं। अपने जीवनसाथी के साथ समय बिताने के लिए यह सबसे आनंदित जगहों में से एक है। लक्षद्वीप में पतंग उड़ाने के साथ कोरल और मछली पकड़ने का अवसर भी मिलता है। तैराकी, स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्केलिंग भी यहाँ संभव है।

खान-पान की बात करे तो आपको यहां दक्षिण भारतीय भोजन जैसे इडली, सांभर, डोसा, उत्तपम से लेकर मांसहारी पकवान जैसे कोझी मसाला और चिकन करी तक मिल जाते है। इसके आलावा समुद्री भोजन तो है ही यहां की शान।

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यात्रा करने में ढेर सारे पैसे नहीं लगते

और किसी भी चीज़ के जैसे, यात्रा भी कम या खूब सारे पैसों में हो सकती है और आप ये मत सोचो की यात्रा और छुट्टी पर जाना केवल अमीरों के लिए ही है। आपका बजट कितना भी हो, यात्रा उस हिसाब से प्लान करें। टिकट पहले से लें, देख-दाख के अच्छा और उचित दाम का रहने का जगह भी ले लें। ध्यान रहे की सिर्फ होटल में रहना जरूरी नहीं है, आजकल कई किसम के गेस्ट हाउस और रहने के जगह मिल जाते हैं। पहले से सब तैयारी कर के जाओगे तोह अनदेखे खर्चे कम रहेंगे।