Related articles

इसलिए मनाई जाती है मकर संक्रांति

Source www.google.com

मकर संक्रांति हर साल 14 जनवरी को मनाई जाती है। अन्य त्योंहारों की तरह, मकर संक्रांति की तारीख फिक्स है और कभी नहीं बदलती है। यह भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग नामों से मनाई जाती है। इस दिन आप आसमान में अलग-अलग रंगों और आकारों के पतंग देख सकते हैं। इस दिन हर कोई उत्साह से भरा होता है और इस त्योंहार की पहले ही तैयारियों में जुट जाता है। हम आपको बता रहे हैं मकर संक्रांति का महत्व:

इस दिन सूर्य भगवान का मकर राशि में प्रवेश होता है

Source www.google.com

मकर संक्रांति को आप देखेंगे कि लोग झीलों और नदियों पर जाते हैं या पवित्र गंगा नदी में स्नान करते हैं और भगवान सूर्य का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति पर सूर्य अपनी राशि बदलता है, यह मकर राशि में प्रवेश करता है, मकर शनि की राशि है, जो कि सूर्य का पुत्र है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन सूर्य अपने पुत्र के पास आता है, जिसका अर्थ है कि इस दिन सभी पुराने शिकवे और बैर भुलाकर एक नए रिश्ते की ओर बढ़ते है।

फसल काटने (हार्वेस्टिंग) के समय की शुरुआत होती है

Source www.google.com

मकर संक्रांति को साल की पहली फसल कटाई के दिन के रूप में जाना जाता है। इसे दक्षिण भारत में पोंगल, पंजाब में लोहड़ी और आसाम में माघ बीहू के नाम से जाना जाता है। इन क्षेत्रों में तीन दिनों तक बड़ा जश्न होता है। पहले दिन आग (अलाव) जलाया जाता है, इसमें बेकार चीजें और कंडे जलाए जाते हैं। मन्नत मांगी जाती है और इन्द्र भगवान को प्रसाद चढ़ाया जाता है जो कि बारिश के देवता है। अगले दिन, लोग आपस में मिठाई का आदान-प्रदान करते हैं और आखिरी दिन पशुओं की पूजा होती है क्यों कि फसल उगाने में में उनका बड़ा योगदान होता है।

दया और करुणा का प्रतीक

Source www.google.com

तिल गुड मकर संक्रांति की मुख्य मिठाई है। यह गुड और तिल के बीजों से बनती है जो कि स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। जब लोग एक दूसरे से मिलते हैं, तो वे तिल गुड देते हैं और कहते हैं ''तिळगुळ घ्या, आणि गोड-गोड बोला'। जिसका मतलब है कि मीठा खाओ और मीठा बोलो। इस दिन लोग अपने पुराने बैरभाव को भुलाकर प्यार से नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं और हमेशा दोस्ती का वादा करते हैं। यह हमें हमारे आस-पास की चीजों के महत्व को बताती है।

गिफ्ट्स के साथ मनाएँ मकर संक्रांति का पर्व

मकर संक्रांति को लोग अपने पुराने बैरभाव को भुलाकर प्यार से नए रिश्ते की शुरुआत करते हैं। इस दिन वे हमेशा दोस्त बने रहने का वादा करते हैं और ऐसे में इन भावनाओं को दिखाने के लिए गिफ्ट से अच्छा भला क्या हो सकता है। हम आपको गिफ्ट्स की लिस्ट बता रहे हैं जिन्हें आप मकर संक्रांति को अपने प्रियजनों को गिफ्ट कर सकते हैं:

हेक्सागोन ड्राई फ्रूट बास्केट

Source www.infibeam.com

ड्राई फ्रूट हमेशा गिफ्ट का अच्छा विकल्प जय। ये एक ऐसी चीज है जो हर मौके पर दी जा सकती है। आप मकर संक्रांति पर अपने प्रिय लोगों के लिए इंफीबीम से ड्राई फ्रूइट्स की बास्केट मात्र 349 रुपए में ऑर्डर कर सकते हैं। यह छ कोनों की शेप का डिब्बा है जिसमें 100 ग्राम काजू बादाम आते हैं। कंपनी नियमित रूप से यह डिब्बा डिलीवर करती है।

बोनेञ्जा ऑफ लक

Source www.fnp.com

बैम्बू को एक लकी प्लांट माना जाता है और यह एक शोपीस के रूप में काम करता है। आप एफ़एनपी से 99 रुपए में लकी बैम्बू खरीद सकते हैं। इसे बोनेञ्जा ऑफ लक भी कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि एक पौधे में जितने ज़्यादा डंठल होंगे उतना ही यह भाग्यशाली होगा। यह दो परत वाला लकी बैम्बू है। इसकी लंबाई 5 इंच है। यह 3 x 3 x 3 इंच के एक काँच के चौकोर फूलदान में आता है, जिसे अन्य तरीके से भी काम में लिया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि लकी बैम्बू सबसे पहले दक्षिण पूर्व एशिया और अफ्रीका के ट्रोपिकल रेनफॉरेस्ट में उगा था।

चिक्की बॉक्स, छोटे पतंगों के साथ

Source www.google.com

चिक्की एक पारंपरिक मिठाई है जिसे किसी भी मौके पर गिफ्ट किया जा सकता है। मकर संक्रांति पर आप आसमान में पतंगें और थाली में चिक्की देखेंगे। आप बड़े पतंग गिफ्ट नहीं कर सकते हैं लेकिन आप छोटे पतंग चिक्की बॉक्स के साथ देकर अपने गिफ्ट को अनूठा और खास बना सकते हैं। आप गिफ्ट एक्रोस इंडिया से छोटे पतंगों के साथ मिश्रित चिक्की बॉक्स 750 रुपए में खरीद सकते हैं। इस गिफ्ट में लगभग 3 इंच के 3 छोटे पतंग और एक बॉक्स में 500 ग्राम चिक्की होती है।

चॉकलेट

Source www.fnp.com

चॉकलेट कभी भी किसी को गिफ्ट की जा सकती हैं, अगर आपके दिमाग में गिफ्ट का कोई आइडिया नहीं सूझ रहा है तो आप चॉकलेट का गिफ्ट चुन सकते हैं। आप एफ़एनपी से चॉकलेट बॉक्स ऑर्डर कर सकते हैं। इस चॉकलेट बॉक्स की कीमत 679 रुपए है और इस वजन 250 ग्राम है, जब आप इस बॉक्स को लें, तो इसे फ्रिज में रखें ताकि चॉकलेट पिघले नहीं और साथ ही एक्स्पायरी डेट देखना ना भूलें।

गुड गज़क और चॉकलेट

Source www.india-gifts-mall.com

गज़क लोहडी पर उत्तर भारत की मुख्य मिठाई है। चूंकि लोहडी और मकर संक्रांति एक साथ आते हैं, इसलिए आप अपने प्रियजनों को चॉकलेट के साथ गुड गज़क देकर उन्हें खास एहसास करवा सकते हैं। यह गुड से बनती है इसलिए स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। यह आपको फिट रखता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। इसमें आयरन होता है इसलिए एनीमिया को दूर रखता है। मकर संक्रांति पर, गुड सर्दी से भी बचाता है क्यों कि शरीर को अंदर से गरम रखता है। गुड आपकी सर्दी में सिकुड़ने वाली नसों को चौड़ा करता है जिससे खून का संचार सही होता है। आप इंडिया गिफ्ट मॉल्स से गुड गज़क हैम्पर 301 रुपए में ऑर्डर कर सकते हैं। इस हैम्पर में गुड गज़क (250 ग्राम), कैडबरी डेयरी मिल्क 5 स्टार चॉकलेट बार, और एक कैडबरी डेयरी मिल्क वोवी चॉकलेट होती है। साथ ही, इस हैम्पर में एक गिफ्ट कार्ड भी है। बेहतर तरीके से गिफ्ट किया हुआ यह गिफ्ट 2-3 दिन में डिलीवर हो जाता है।

बेहतरीन क्वालिटी का जर्मन सिल्वर हल्दी कुमकुम चौपड़ा

Source www.amazon.in

मकर संक्रांति के दिन, विवाहीत महिलाएं घर पर हल्दी-कुमकुम का कार्यक्रम करती हैं। एक कोई महिला किसी विवाहित महिला के हल्दी कुमकुम लगाती हैं तो, ऐसा माना जाता है कि माँ दुर्गा उसमें समाहित होती है और उसे आशीर्वाद देती है। किसी महिला को, या अपनी पत्नी को इस दिन देने के लिए हल्दी कुमकुम एक बेहतरीन गिफ्ट है। आप एमेज़ोन पर प्रीमियम जर्मन सिल्वर हल्दी कुमकुम होल्डर 99 रुपए में खरीद सकते हैं। इस चौपड़े में आप दिया, फूल, हल्दी, कुमकुम, चाँवल और राखी आसानी से रख सकते हैं।

वर्ड हैंडीक्राफ्ट कुमकुम बॉक्स

Source www.amazon.in

मकर संक्रांति के दिन, महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना के लिए सूर्य भगवान की पूजा करती हैं। आप उन्हें एक अच्छा एहसास करवा सकते हैं। उनके सुंदर हैंडीक्राफ्ट की हुई सिंदूर की डिब्बी दे सकते हैं जो आपको एमेज़ोन पर 349 रुपए में मिल जाएगी। यह डिब्बी मेटल और पर्ल की बनी हुई है। इसका आकार 3” x 3” x 2” है। यह बॉक्स मोतियों से सजाया हुआ है।

घसीटाराम गिफ्ट्स: लोहड़ी की मिठाइयाँ - तिल लड्डू और गज़क हैम्पर

Source www.amazon.in

तिल लड्डू और गज़क मकर संक्रांति की मुख्य मिठाई है। तिल के लड्डू ना केवल स्वाद में अच्छे होते हैं बल्कि ये स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ये आपकी त्वचा और बालों के लिए अच्छे हैं क्यों कि इनमें विटामिन बी होता है जो कि शरीर के अंगों के लिए ज़रूरी है। इसमें मैगग्निशियम और कॉपर जैसी धातुएं होती हैं जो कि सांस और गठिया जैसी तकलीफ़ों को दूर रखती हैं। मकर संक्रांति के समय ये तिल के लड्डू शरीर में गर्मी देकर सर्दी से रक्षा भी करते हैं। आप घसीटाराम के तिल के लड्डू और गज़क का बॉक्स गिफ्ट कर सकते हैं। घसीटाराम बाज़ार में जाना-माना ब्रांड है। आप एमेज़ोन से घसीटाराम के तिल के लड्डू और गज़क का डिब्बा 499 रुपए में खरीद सकते हैं। इस पूरी तरह वेजिटेरियन तरीके से बनाया गया है। इस बॉक्स का वजन 399 ग्राम है। इसमें शुगर भी कम है और कोई मिलावट भी नहीं है।

मकर संक्रांति मनाने के अलग-अलग तरीके

भारत में मकर संक्रांति अलग-अलग जगह अलग-अलग नामों से जानी जाती है और साथ ही अलग-अलग तरीकों से मनाई जाती है। कई जगह पवित्र जगह जाकर स्नान आदि किया जाता है। पूजा पाठ की जाती है। कई जगह दान-दक्षिणा को ज़्यादा महत्व दिया जाता है, जैसे कि रिशतेदारों या गरीबों को कपड़े देना, सर्दी के कंबल आदि गरीबों को देना। पक्षियों को दाना डालना। गाय को चारा डालना आदि। कई जगह पतंग उड़ाई जाती है। लोग सुबह ही घर ही छतों पर चढ़ जाते हैं। पतंग काटने पर ‘वो काटा’ का शोर गूँजता है। ऐसे लोग छतों पर स्पीकर लगाते हैं, लड्डू, तिल पपड़ी, पकोड़ें भी छत पर ही ले जाते हैं और सभी रिश्तेदार और दोस्त मिलकर आनंद उठाते हैं। मकर संक्रांति पर कई जगह कंचे भी खेले जाते हैं। मकर संक्रांति भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न नामों से मनाई जाती है। जैसे कि मकर संक्रांति, माघ बीहू, उत्तरायन आदि। बेहतरीन गिफ्ट्स और पतंगों के अलावा मकर संक्रांति मनाने के कई और तरीके भी है। आइये देखें।

पवित्र स्नान

Source www.google.com

मकर संक्रांति पर पवित्र जगह पर स्नान करना भारत में प्रचलन में है। अलग-अलग प्रान्तों से और नेपाल, भूटान और बांग्लादेश जैसे देशों से श्रद्धालू गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी में स्नान करने आते हैं। लोग यहाँ बहुत देर से पूजा पाठ करते हैं और भगवान सूर्य से शांति और समृद्धि की प्रार्थना करते हैं।

मेले देखने जाना

Source www.google.com

मकर संक्रांति पर देश के विभिन्न हिस्सों में मेलों का आयोजन होता है। ऐसा ही मेला है कुम्भ मेला। इस साल 2019 में भी प्रयागराज में कुम्भ का आयोजन हो रहा है। यह मेला 4 मार्च तक चलेगा। ऐसा माना जाता है कि समुद्र मंथन के समय देवताओं और असुरों के बीच अमृत पीने की लड़ाई चल रही थी। जब वे अमृत कलश को आपस में खींच रहे थे तो कुछ जगह अमृत की बूंदें गिर गई। जिन जगहों पर ये अमृत की बूंदें गिरी वहाँ कुम्भ मेले का आयोजन होता है। इसके अलावा गंगा नदी और बंगाल की खाड़ी के नजदीक और भी कई मेलों का आयोजन होता है। यहाँ पर कपड़े, ज्वेलरी, फुटवियर और कई चीजें खरीदी जा सकती हैं। इन मेलों में देश के अलग-अलग जगह के खान-पान का आनंद भी लिया जा सकता है, जिसमें चाइनीज और इटेलियन खाना भी शामिल है।

दान करके मन्नत मांगना

Source www.google.com

ऐसा माना जाता है कि मकर संक्रांति को मांगी गई मन्नत पूरी होती है। 14 जनवरी से 6 फरवरी तक के समय को संक्रांति काल कहा जाता है। इस दौरान मांगी गई मन्नत पूरी होती है। इस समय कपड़े, खाना, ज़मीन आदि दान किए जाते हैं। ऐसा कहा जाता है इस समय दान करते समय कोई अपने भगवान का नाम लेता है तो उसके जीवन में खुशियाँ आती हैं।

छत पर पार्टी और दोस्तों के साथ धूम धड़ाका

Source www.google.com

यह त्योंहार केवल परंपरा निभाने का ही नहीं है, इस दिन आप अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से गेट-टुगेदर भी कर सकते हैं। इसके लिए आपकी छत से अच्छी जगह क्या होगी और आप अपने दोस्तों को आमंत्रित कर सकते हैं और बुफ़े पार्टी कर सकते हैं। बस दो स्पीकर लगाने है, थोड़े से लड्डू और पकोड़े और फिर दोस्तों और रिश्तेदारों का साथ। आपका भी दिन बन जाएगा और उनका भी। फिर आस-पास की पतंगें भी तो आपको ही काटनी हैं। मकर संक्रांति एक ऐसा त्योंहार है जिस दिन पतंग के साथ आप रिश्तों की डोर भी संभाल सकते हैं। हर कोई अपने जीवन में व्यस्त इसलिए ऐसे आयोजनों के लिए बहुत कम समय ही मिलता है। इस समय का इससे अच्छा यूज क्या होगा। इसलिए, छत पर पार्टी करके लोगों को आमंत्रित करना, मिलना और आनंद लेना अच्छा आइडिया है।

Related articles

From our editorial team

आखिर में

हमारे द्वारा बताई गई बातों को समझने और पूरे अनुच्छेद को पढ़ने के बाद आप यह जान ही गए होंगे कि मकर सक्रांति का त्योहार कितना महत्त्व रखता है और इस त्योहार को हमें किस तरह और कैसे मनाना चाहिए। तो अब आप बेफिक्र होकर अपने पास वालों को उपहार दे और उनका दिल जीत ले। हम आशा करते हैं कि यह अनुच्छेद आपके लिए मददगार साबित हुआ होगा।