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गणेश चतुर्थी और गणेश की मूर्ती का महत्व।

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भारतीय संस्कृति,सभ्यताऔँ और परम्पराओं में मूर्तीपूजा का विशेष स्थान और महत्व है :- हिन्दुऔं में पूजा की जाने वाल़ी मूर्तियों में भगवान गणेश की मूर्तिपूजा साधारण और आमतौर पर की जोने वाली पूजा में सवसे सर्वोतम पूजा है। ये गणपति की मूर्ति जो गोल-मटोल हाथी के सिर वाली,वडी तोद वाले पेट के आकार की ये सुन्दर मूर्ती अतिआकृष्ठ,शुभ और पूजनीय होती है। ये मूर्ति विभिन्न प्रकार की घातुऔं और सामाग्रियों के साथ असंख्य रूप से तौयार कर वनाई गई है। बहुत से लोग गणपति की इस मूर्ति को अपने भक्तिमय प्रकृति और शुभता के प्रतीक के रुप में भी अपने पास रखते है।

गणेश चतुर्थी के दौरान लौग :- गणेश की इस मूर्ति को अपने घर में लाकर दस दिनों तक इसकी पूजा करते है इसके वाद इस मूर्ति के उचित विधान के अनुसार पानी में बहा दिया जाता है जिसे मूर्ति विसर्जन कहा जाता है। मूर्तिपूजक ये विश्वास करते है कि भगवान गणेश उनके दुखों और समस्याऔं को भी अपने साथ बहा ले गए है जब उन्हे पानी में विसर्जित किया गया था। विसर्जन समारोह ये इगिंत करता है कि भगवान गणेश ने पहाडो के मध्य अपने आवास को छोडकर स्वर्ग की यात्रा आरम्भ कर दी है।

ये त्योहार पूरे भारत में बडी धूम-धाम से मनाया जाता है :- लेकिन महाराष्ट में विशेषतौर पर मनाया जाता है और यहाँ इसकी अपनी अलग पहचान है।अगर आप इस सुन्दर गणपति की मूर्ति को किसी को या स्वय के लिए लेने की सोच रहे है तो ये मार्गदर्शन आँनलाइन उपलब्ध गणपति मूर्तियोँ के उपहार के चुनाव में आपका नेतृत्व करने में सहायक होगा।

विसर्जन के लिए पर्यावरण अनुकूल गणपति जी की मूर्ति।

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प्रदूषण कि समस्या के विरुद उत्तपन हुई जाग्रति और पानी के स्त्रौतो में बढते प्रदूषण :- को जो विशेष तौर पर गणेश चतुर्थी में अत्यधिक हो जाता है।इन सब समस्याऔं को ध्यान में रखकर भारत के कई शिल्पकारों ने आदित्य और तुरन्त गलने सडने योग्य मूर्तियों को वनाया है। गणपति की ये मूर्तियाँ मिट्टी,कैमिकल मुक्त पेन्ट यहाँ तक कि चाँकलेट से बनाई जाती हैँ। ज्यातर लौगो ने इस मूर्ति को सार्वजनिक पानी के स्त्रौतो में विसर्जन के अनुष्ठान के विपरीत अपने घर में ही पानी की एक वाल्टी और पानी के एक टव में विसर्जन को ही प्राथमिकता दी है।

इन सब उदाहरणों और तथ्यों के परिणामसवरुप :- पर्यावरण प्रेमी और गणपति पूजको ने अपने हाथ से बनाई चाँकलेट की गणपूति की मूर्ति को दूध से भरी वाल्टी में विसर्जन की रीत को अपना लिया और उसके वाद इस स्वादिष्ट चाँकलेट दूध को सभी में प्रसाद के रुप में बाटने की रीत को सर्वोतम मान लिया है।

गणपति की मूर्ति बनाना।

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गणपति की मूर्ति बनाना भारत में बहुत से व्यवसायियों,शिलपकारों और गणपति के मूर्तिकारो ने अपना व्यवसाय बनाया हुआ है :-

जिससे वे अपनी रोजी रोटी कमाते है। जिनमें से कुछ कच्चे रुप में मूर्तियाँ वनाते है,जवकि दूसरे लौगो का ये समूह इनको पेन्ट करता है और अन्य कुछ केवल आभूषण आदि भी बेचते है जैसे गणपति मुकुट,गणपति आभूषण,कपडे और अन्य उपयोग होने वाली सामाग्री इत्यादि।

विष्णु के अनूरुप मूर्ति की सर्वोतम बनावट।

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विभिन्न प्रकार की मूर्तियाँ अलग-अलग बनावट और पौजिशन में आती है :- जिनमें से कुछ सिर पर पगडी और मुकुट पहने हुए और खडी अवस्था में उपलब्ध होती है। हर एक मूर्ति की पोजिशन का अपना अलग-अलग महत्व होता है और जिनका प्रभाव भी वास्तु की रस्मों के अनुसार होता है।

इस कारण अलग-अलग पोजिशन में ये मूर्तियाँ बनाई जाती है।

  • दृष्टि गणेश की मूर्ति को जव घर में रखा जाता है तो ऐसा विश्वास किया जाता है कि किसी भी वुरी आत्माऔं और दुखों का साया भी घर में नहीं पड सकता।
  • भगवान गणेश की सूड बाली मूर्ति को घर के बाँए किनारे में रखने की सलाह दी जाती है। घर के बाँए किनारे पर इस मूर्ति के रखने पर ये विश्वास किया जाता है कि ये इदा नदी का प्रतिनिधित्व कर रही है और जिससे धर में चाँद की तरह सुख-शान्ति और खुशहाली आऐगी।
  • व्यवसाय में उत्तपन किसी भी प्रकार की समस्या और बच्चौं द्वारा मन लगाकर पढाई न करने पर आप इस मूर्ति को अपने कार्यलय और अध्धयन कक्ष में रख सकते है जिससे खुशहाली और सफलता मिलती है।
  • वास्तुशास्त्र के अनुसार,गणेश जी की मूर्ति और चित्रों को पूजा कक्ष में उत्तर दिशा की और मुख करबाके रखना चाहिए।
  • अगर गणेश की मूर्ति को घर के प्रवेशद्वार के दौनो तरफ रखा जाए तो ऐसा माना जाता है कि ये घर में खुशियाँ,वुद्दिमता,धन और सम्मपद्दा को लाती है।
  • ये भी याद रखे कि मूर्ति का पिछला भाग घर के वाहरी तरफ होना चाहिए।
  • घर की उत्तरी पूर्वी दिशा में गणपति की मूर्ति को रखना भी एक आदर्श सुझाव माना जाता है।
  • इस मूर्ति को कभी भी अपने श्यनकक्ष में नहीं रखना चाहिए।
  • ऐसा माना जाता है कि गणपति की मूर्ति से अत्यधिक धन का लाभ होता है इसलिए इसे अपने कार्यलय में रखना चाहिए।
  • छोटी सी कटोरी में चावल डालकर गणेश की मूर्ति को अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।
  • वास्तुशास्त्र के अनुसार गणेश की मूर्ति को घरो और कार्यलय में रखने के यहीँ विधान और वास्तुशास्त्र के अनुसार यहीं सर्वोतम विधियाँ भी है।

उपहार के लिए उत्तम दस आश्चर्यचकित करने वाली गणेश की मूर्तियाँ।

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हमने सवसे सर्वोतम गणपति की मूर्ती को आँनलाइन उपलब्ध विश्वसनीय साइटो में से चुनकर रखा है :- आप इन मुर्तियों का आर्डर कैश आँन डिलिवरी और एडवास में भी भुगतान कर खरीद सकते है इनमें से कुछ साइटे उपहार की उचित पैकिग की सुविधाऔं के विकल्प के साथ ये मूर्तियाँ उपलब्ध करवाते है।

#1- बाल गणेश विद ए समोक फाउटेन ऐड इनसैस बर्नर।

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ये हैरान कर देने वाली बाल गणेश समोक फाउटेन की मूर्ति : - एक सुन्दर उपहार के रुप में किसी के लिए भी खास हो सकाती है। ये धूप वाले बर्नर और पौलिरीसिन की कला के रुप में उपलब्ध है। आप इसे धूप बर्नर और इसके ऊपर धूप की वत्ती को रखने के लिए उपयोग कर सकते है। विपरीत दिशा से धुए के आने और जाने पर ऐसा लगता है कि मानों एक सुन्दर धुए का झरना ही फूट पडा हो। इस शोपीस को आप उपहार के रुप में अपने दौस्तो,व्यवसायिक पार्टनर और पारिवारिक सदस्यों को भी भेट कर सकते है।आप इस पर जमी धूल को आसानी से गीले कपडे के साथ साफ कर सकते है।ये पैकेज धूप की दस बत्तीयों के साथ आता है।आगर आप इस उपहार को पसंद करते हो तो इसे अमेज़न.इन पर मात्र 189 रुपए में खरीद सकते है।

#2- डिवाइन गणपति आँइडोल।

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इस चतुर्थी में आप इस रंगपूर्ण गणपति की मूर्ति को भी अपने घर ला सकते है :- सुनहरी रंग का मुकुट और उसके उनुसार रंगो का सम्मेलन करने के कारण ये मूर्ति आपके घर में जगह पाने योग्य सुन्दर उपहार है। भगवान गणेश अपनी टागो को क्राँस कर बैठे हुए देवत्व रुप और शान के साथ आदित्य रुप में तैयार कर इस मूर्ति को वनाया गया है। ये गणपति की मूर्ति निश्चय ही आपके घर के जोखिमों को दूर कर आपकी जिन्दगीं में शान्ति और खुशियाँ लाएगी।आप इसे अमेज़न .इन पर मात्र 399 रुपए में अपनी आवश्यकतानुसार व उपहार के रुप में भी खरीद सकते है।ये मूर्ति माइक्रोफाइवर और स्पोर्टस और रुचिपूर्ण रंगों के मिश्रण से वनाई गई है।इसलिए त्योहारो के इस सीजन में देवत्व जैसी दिखने वाली बप्पा की इस मूर्ती को अपने घर में लाना और अपने पसंददीदा त्योहार को पूरी धूम-धाम और शानो-शोकत के साथ मनाया जा सकता है।

#3- यूनीक ऐटी-ग्रेविटी गणपति आइडोल।

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ये सुन्दर गणपति की मूर्ति आपकी कार के डैशवोर्ड और शोकेसेज के लिए उपयुक्त है :- आप इसे इन त्योहारो के सीजन में किसी अपने खास दौस्त को उपहार भेट कर सकते है ये मूर्ति सभी वास्तु दोष को दूर कर,आपके लिए खुशियाँ,सम्पन्नता लाएगी इसके साथ-साथ ये वुद्दिमता भी लाती है।ये मूर्ति शुद्द ग्रेड व्रास और पत्थरो को कडाई कर वनाई गई है।ये 24 कैरेट की सोने की प्लेट जो आसानी से ड्राई कपडे से साफ की जा सकती है।इस मूर्ति को सुन्दर तरीके से भगवान के सिर और सूड को नक्काशकशी कर एक स्टाइलिश अन्दाज में बैठाकर दिखाया गया है। ये फ्लिपकार्ट.कॉम पर मात्र 310 रुपए में उपलब्ध है।

#4- क्यूट बाल गणेश आइडोल।

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इस गणपति मूर्ति में सबसे सर्वातम बात ये है :- कि इसे कई ज्वलंत प्रयोगो द्वारा खरा उतरने के उपरान्त तैयार किया गया है इस तरह की मूर्ती आपने अपनी जिन्दगी में कभी भी नही देखी होगी।ये क्यूट बाल गणेश की मूर्ति आगामी जिन्दगी में सृजनशीलता का विकास करती है। ये मूर्ति पेप्परफ्री.कॉम पर मात्र 319 रुपए में उपलब्ध है। इसका माप 3 x 3 x 2 इन्च का है।इसका निर्माण पोलिरिजिन के साथ और वजन मात्र 0.1 किलोग्राम है। ये आकर्षक और पीले रंगो की उत्कृष्ठ बनावट के साथ जो आपके घर की सुन्दरता को चार चाँद लगा देगी। ये बच्चों को उपहार देने के लिए उपयुक्त चुनाव है

इसके अलावा आप इसे अपने घर के मंन्दिर और कैश वोर्ड पर भी रख सकते है :- ये मूर्ति बच्चौं के बोलेपन की तरह सुन्दर और आँखों में शरारतपूर्ण अंदाज के कारण अति-सुन्दर लगती है।इस मूर्ति को निपुण शिलपकारों द्वारा उपयुक्त रंगो से सजाकर बनाया गया है।शरारतपूर्ण और आकर्षक दिखने वाली इस मूर्ति को आप अपने प्रेमी को भी उपहार के रुप में भेट कर सकते है।

#5- आँखों को मोहित करने बाली गणपति की मूर्ति।

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दूसरी आश्चर्यचकित कर देने बाला मास्टरपीस पेप्परफ्री.कॉम पर उपलब्ध है :- ये सतंरी और सुनहरे रँग की गणपति की मूर्ति आपके सुन्दर चुनाव और पसंद को बाहवाही और प्रशसा का पात्र वना देगी ये रेजिन की कलाकृति से वनाई गई है और इसका माप 2.5X1.5X2.5 इन्च है। इसका वजन 0.14 किलोग्रम और इसका मूल्य मात्र 529 रुपए ही है।

आप इसे किसी को भी उपहार भेट कर अपनी आशावादी भावनाऔं का वर्णन कर सकते है :- इस मूर्ती की केवल धोती को ही सुनहरे रंग के साथ पेन्ट किया गया है और इसके अलावा इसके सिर और माथे को भी सोने के साथ लेपा गया है।ये मूर्ति साधारण और शानदार रुप से सुसर्जित की गई है।ये देवत्व की मूर्ति आपके अन्दर की वुराइयों को नष्ट कर सम्पन्नता,शान्ति,वुदिम्मता और समृदि का विकास करती है।

#6- स्टनिग लार्ड गणेशा फेस विद लीफ।

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गणपति की मूर्ति अलग-अलग आकारों और रुपो में आती है :- जिनमें से एक लम्बी और बैकराउड में पत्ते के साथ सुसर्जित मूर्ति सवसे अलग और कला का अनोखा उदाहरण प्रस्तुत करती है। आपने भी प्राय: निरीक्षण किया होगा कि गणपति का सिर एक पत्ते पर रखा हुआ होता है। इस उतकृष्ठ भगवान गणेश की मूर्ति का मखोटा एक सुनहरी पत्तो को साथ बनाया जाता है। ये पवित्र और शोभायमान मूर्ति सोने की हल्की परत के साथ-साथ सोने के पत्ते को बैकराउड में सजाकर बनाई जाती है।

ये आर्चिज.कॉम पर मात्र 799 रुपए में उपलब्ध है इसे एक उपयुक्त उपहार के रुप में बनाया गया है जिसे आप कि को भी किसी विशेष सामारोह में भेट कर सकते है जैसे गृहप्रवेश,सालगिरह और किसी भी शुभ कार्य को आरम्भ करने से पूर्व भी एक उपहार के रूप में दी जाती है। इस उत्पाद का माप 14X19.5 सैटीमीटर है।

#7- पगडी पहने रंगीन गणपति की मूर्ति।

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एक प्यारी,रंगपूर्ण और शानदार दिखने बाली गणपति की मूर्ति :- सिर पर पगडी पहने अत्यन्त सुन्दर और आकर्षक लगती है। इसे अपने दौस्तो,सम्वन्धियों और माता-पिता को इस शुभ अवसर पर उनकी शुभकामनाऔं को प्राप्त करने के लिए उपयुक्त उपहार हो सकता है।

इस उपहार को आर्चिजऑनलाइन.कॉम पर से मात्र 199 रुपए में प्राप्त कर सकते है :- इस मूर्ति को उपयुक्त डेस्क शो के रुप में भी उपयोग कर सकते है। इसका मापन 6X4X9 सैटिमीटर तथा पोलीरिजिन के क्राँफ्ट से वनाई गई है।इस मूर्ति के ऊपर पगडी एक प्यारपरिपूर्ण गुणबदता को और अधिक बढाने के साथ-साथ सुन्दर और उपयुक्त उपहार का रूप प्रदान कर देती है। आप इसे अपने माता-पिता,भाइयों और मित्रों को उनके जन्मदिन,सालगिरह और किसी शुभ अवसर के आरम्भ होने से पूर्व भेट कर सकते है।

#8- शानदार मारबल से बनी गणेश की मूर्ती।

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बहुत से लौग मारबल गणपति की मूर्ति को शुद्दता की खातिर और मारबल की मूर्ति को जीवान्त रुप के साथ श्रदाभक्ति के कारण खरीदना पसंद करते है :-

ये शानदार मारबल गणपति की मूर्ति को अपने सगे-सम्वन्धियों और जो आपकी जिन्दगी में खास जगह बनाए हुए है को उपहार देने कि लिए चुनना एक सर्वश्रेष्ठ चुनाव होगा। ये आई जी पी पर उपलब्ध है और इसे आप मात्र 465 रुपए में खरीद सकते है। ये नये काम की शुरुआत पर दिया जाने वाला उत्तम उपहार है जो सचमुच में ही इस उपहार को पाने बाले को भी मोहित कर देगा। इस मूर्ति का माप 2X2X3 इन्च का है।भगवान गणेश ने अपने एक हाथ में मोदक थामें हुए और दूसरे हाथ में अपना आर्शीवाद देते हुए इस मूर्ति में दर्शाया गया है।

#9- आभूषणों से आलंक्रित भगवान गणेश की मूर्ति।

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ये मन को मोहित कर देने बाली भगवान गणेश की मूर्ति को आई जी पी.कॉम पर मात्र 1,485 रुपए में खरीद सकते है :- ये रीजिन के क्राफ्ट से निर्मित और मीना और कुन्दन की कलाऔं से सुसर्जित ये मूर्ति और मन को छू जाने बाली मनमोहक लगती है।ये मूर्ति लाल और पीले रंग की मीना कलाकृतियों के साथ-साथ कुन्दन के पत्थरों पर नक्कशाकारी कर वनाई गई है। ये किसी भी अवसर पर दिया जाने बाला उपयुक्त उपहार है।इसका माप 5X5X2.8X4.8 इन्च का है। ये सूड का सुन्दर सजावटी कुन्दन के साथ और आँखे विशेष रुप से मोहित करने बाली कलाकृतियौं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। आखों के हल्के रंग के कारण प्रकाश को अंकित कर सुन्दर बनाया गया है और ये निश्चित ही उपहारो में सवसे सर्वश्रेष्ठ समाम्तिव बाला उपहार हो सकता है।

#10- गणेश की सितार बजाते हुए मूर्ति।

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इस मूर्ति का मूल्य मात्र 2,279 रुपए है :- ये सुन्दर काले और सिल्वर रंग में गणपति की मूर्ति निश्चित ही उपहार के मूल्य का उचित भुगतान होगा। आगर आप किसी को भी जो आदित्य बस्तुऔं को रखने का शोकीन हो एक सुन्दर उपहार के रुप में भेट कर सकते है। ये गिफ्टी.इन पर उपलब्ध है। इस प्यारी मूर्ति में भगवान गणेश को सितार बजाते हुए दर्शाया गया है। ये पोलिरिसीन के क्राँफ्ट से बनाई गई है।

आप इस मूर्ति को प्यारी सी भव्यता को अनदेखा नहीं कर सकते है :- जिसमें चूहो को आकर्षक रुप से बैठा हुआ और अपने इन शुभ पलो को भगवान के साथ आनंद लेते हुए दर्शाया गया है। हिन्दू पोराणिक कथाऔं के अनुसार चूहे को भगवान गणेश का वाहन माना जाता है और जिसे वाहन,अपने छोटे आकार और इन दौनो अनोखे रुपों के कारण ये हास्य का विषय भी बन जाते है।इस मूर्ति की कलाकृति को देखकर उपहार पाने बाला निश्चित ही हैरान हो जाएगा और जिन्दगी भर इस उपहार के लिए आपकी प्रशंसा करेगा। इसका माप 15X10X10 सैटिमीटर का है। चूहे और भगवान गणेश को सितार बजाते हुए वोर्ड के एक ही फ्रेम में अंकित किया गया है। इसके आभूषणों को सिल्वर रंग के साथ सुसर्जित किया गया है जो मूर्ति के काले रंग के कारण भी अत्यधिक सुन्दर और आकर्षक बना देते है।

उस व्यक्ति की पसंद के अनुरुप किसी भी उपहार को देने में सबसे महत्वपूर्ण है कि उसे सुन्दर और परिस्थति अनुकूल उपहार दिया जाए ताकि वे आपको और आपकी भावनाऔं को हमेशा के लिए याद रखे।आगर आप पूरी जाच-पडताल के पश्चात अपने उपहार का चयन करेगें तो आपके प्रयास और हाब-भाब ब्यर्थ नहीं जाएगें और आप वास्तव में जिस उपहार को खरीदना चाहते है असानी से यहाँ से अपनी पसंद के अनुरुप चुनाव कर सकते है।आप ऊपर दी हुई सूची में गणपति की मूर्ति को चुनकर अपने प्रेमी और स्वयं अपने लिए भी खरीद सकते है।एक उपहार के रुप में गणपति की मूर्ति मिलना एक अत्यन्त प्रसंनता का विषय होगा और ये उपहार किसी किसी भी सामारोह के लिए उपयुक्त है। आगर आप दुविधा में है कि किस अवसर पर किस तरह का उपहार दिया जाना चाहिए और आपको उपरोक्त विकल्लपों में से भी चयन करने में दुविधा हो रही हो तो आप गणपति की मूर्ति का चुनाव कर सकते है जो सवसे सुन्दर और सर्वोतम उपहार का चुनाव भी होगा।

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निष्कर्ष

हमने आपको इस लेख में ये बताने की कोशिश की है कि उत्तम गणेश भगवन की मूर्ति कैसे गिफ्ट करें।मूर्ति कही से टूटी हुई नहीं होनी चाहिए क्यूंकि टूटी मूर्ति एक अशुभ संकेत होता है ।गणपति जी की मूर्ति रखने की जगह, कौन सी मूर्ति कब दी जा सकती है ऐसी कुछ चीजों की जानकारी आपको इस लेख में मिलेगी ।जरूर पढ़े और लाभ उठयें ।